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कारी जीएसएस पर ग्रामीणों का धरना:करंट लगने से युवक की मौत, आर्थिक मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग


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कारी जीएसएस पर ग्रामीणों का धरना:करंट लगने से युवक की मौत, आर्थिक मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग

कारी जीएसएस पर ग्रामीणों का धरना:करंट लगने से युवक की मौत, आर्थिक मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग

नवलगढ़ : नवलगढ़ के पास कोलसिया निवासी मृतक मुकेश कुमार दूत को न्याय दिलाने के लिए रविवार को कारी जीएसएस पर ग्रामीणों ने विरोध-प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बिजली निगम खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान मृतक मुकेश की डेड बॉडी एम्बुलेंस में रखी हुई थी। ग्रामीणों ने बताया कि मुकेश कुमार को कारी जीएसएस पर काम करते समय करंट लग गया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। मुकेश का दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां पर शुक्रवार को उसका निधन हो गया।

कोलसिया के रहने वाले फूलचंद दूत ने मुकदमा दर्ज कराया है। रिपोर्ट के अनुसार फूलचंद का पुत्र मुकेश कुमार (35) 26 जून 2024 को बिजली विभाग व ठेकेदार के कहने पर कारी जीएसएस पर काम कर रहा था, जीएसएस कारी पर महेश लाइनमैन 10 रोज की छुट्टी लेकर चला गया था। महेश की जगह मुकेश से ड्यूटी करवाई जा रही थी। मुकेश कुमार एक कंपनी के ठेकेदार के पास हेल्पर की नौकरी कर रहा था। 26 जून 2024 को सुबह छह बजे के करीब 33 केवी जीएसएस पर मुकेश कुमार फाल्ट ठीक कर रहा था, इस दौरान करंट लग गया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

गंभीर हालत में उसे नवलगढ़ अस्पताल में दिखाया गया, जहां से उसे सीकर रेफर कर दिया गया। सीकर से जयुपर रेफर किया गया, इसके बाद जयपुर से दिल्ली रेफर किया गया। जहां पर दो अगस्त को मुकेश कुमार की मौत हो गई। विरोध प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम जयसिंह, बिजली निगम के एक्सईएन नेमीचंद वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक मनोज गुप्ता व सीआई अशोक चौधरी मौके आए। उन्होंने वार्ता के जीएसएस में प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन प्रधान दिनेश सुंडा ने कहा कि वार्ता सबके सामने होगी। इसके बाद अधिकारी वार्ता के लिए वार्ता के लिए पहुंचे प्रधान दिनेश सुंडा ने प्रशासन से डिमांड के बारे में अवगत कराया।

सुंडा ने ग्रामीणों की ओर से डिमांड बताते हुए कहा कि परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने,मृतक के परिवार के किसी सदस्य को स्थायी नौकरी देने व इस मामले में दोषी अधिकारियों व कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई, लेकिन अधिकारियों की ओर से किसी तरह की सहमति नहीं प्रदान की गई। जिसके बाद सांय तीन बजे तक धरना जारी था।

इस मौके पर शीशपाल सिंह दूत, सुबेदार मामचंद दूत, डा.धर्मपाल सिंह दूत, धर्मवीर माठ,विद्याधर औलखा, सुभाष बुगालिया, ओमप्रकाश दूत, कारी सरपंच सुमेर सिंह, बिजू दूत, कन्हैयालाल डूडी, धनपत सुनिया, इन्दराज दूत, ,भानसिह नेहरा, मोहन लाल दूत, रामप्रताप दूत, कमल कालेर, प्रताप नेहरा, सुरेन्द्र दूत, दिनेश दूत, जुबेर खोखर आदि मौजूद थे।

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