नीमकाथाना : राज्य सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई मां वाउचर योजना की क्रियान्विति को लेकर पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत पंजीकृत निजी सोनोग्राफी सेंटरों के संचालकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण बुधवार को कलेक्टर शरद मेहरा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
योजना में जिले के 17 सोनोग्राफी सेंटरों के संचालकों ने योजना में गर्भवती महिलाओं की निशुल्क सोनोग्राफी करने पर सहमति दी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनय गहलोत ने बताया कि गर्भवती के स्वास्थ्य और गर्भ में पल रहे शिशु के उचित विकास का पता लगाने के लिए सोनोग्राफी करवाई जाती है। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विशाल सिंह ने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिला की दूसरी या तीसरी तिमाही में गर्भकाल के दौरान निशुल्क सोनोग्राफी कराई जाएगी। इसमें जिले के सभी निजी सेंटरों को जोड़ा जाएगा, ताकि गर्भवती महिलाओं को उन्हीं के क्षेत्र में सोनोग्राफी करवाने की सुविधा मिल सके।
योजना के तहत गर्भवती महिला अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी पंजीकृत सोनोग्राफी केंद्र पर जांच करवा सकेगी। पीसीटीएस पर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं की एलएमपी तारीख के अनुसार दूसरी व तीसरी तिमाही में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत माह की 9श् 18 एवं 27 तारीख पर सभी आवश्यक जांचों के साथ सोनोग्राफी जांच करवाने के लिए क्यूआर कोड युक्त कूपन उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर जारी किया जाएगा। इस कूपन के माध्यम से गर्भवती महिला विभाग से अधिकृत किसी भी निजी सोनोग्राफी सेंटर पर अपनी सोनोग्राफी जांच निशुल्क करवा सकेगी। इसके एवज में निजी सोनोग्राफी सेंटर संचालकों को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित राशि का भुगतान किया जाएगा। गर्भवती महिला से सोनोग्राफी का पैसा नहीं वसूला जाएगा।
डीपीओ प्रकाश गहलोत, डीएनओ अजीज मोहम्मद एवं पीसीपीएनडीटी कॉर्डिनेटर नंदलाल पूनिया ने बताया कि विभागीय पीसीटीएस सॉफ्टवेयर, पीसीपीएनडीटी इंपैक्ट और ओजस को इंटीग्रेटेड कर ऑनलाइन प्रणाली विकसित की गई है। प्रशिक्षण में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके शर्मा, जिले के पीसीपीएनडीटी के तहत पंजीकृत सभी 17 सेंटरों के संचालक, डॉक्टर्स शामिल हुए।