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प्रशासन की हठधर्मिता की वजह से ग्राम काजड़ा में सड़क निर्माण कार्य हुआ अवरुद्ध


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प्रशासन की हठधर्मिता की वजह से ग्राम काजड़ा में सड़क निर्माण कार्य हुआ अवरुद्ध

अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन:बोले- सड़क का काम रूका, आने-जाने में परेशानी; आंदोलन करेंगे

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर सोमवार को काजड़ा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर MDR सड़क निमार्ण में आ रहे अतिक्रमण हटाने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को कई बार अतिक्रमण की शिकायत की है, फिर भी सड़क निर्माण क्षेत्र से एक व्यक्ति का अतिक्रमण नहीं हटाया गया है।

सामाजिक कार्यकर्ता मनजीत सिंह तंवर ने बताया- कार्रवाई न होने से अतिक्रमण करने वालों के हौसले बुलंद हैं। काजड़ा गांव में एक व्यक्ति का अतिक्रमण नहीं हटने से सूरजगढ़ से काजड़ा, लिखवा- डुलानिया- छापड़ा- बेरी तक बन रही एमडीआर सड़क का निर्माण कार्य अवरुद्ध हो गया है।

सड़क निर्माण कार्य रुकने की वजह से कई गांवों के लोगों को आने-जाने में बहुत परेशानी हो रही है। ग्रामवासियों में भारी आक्रोश है। ग्राम काजड़ा में सड़क निर्माण क्षेत्र से सभी का अतिक्रमण हटा दिया गया है, लेकिन तहसीलदार व उपखंड अधिकारी सूरजगढ़ द्वारा एक व्यक्ति के फायदे के लिए अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है।

जबकि सार्वजनिक निर्माण विभाग उपखंड पिलानी के सहायक अभियंता द्वारा एक माह पहले पत्र लिखकर इसी अतिक्रमण को हटाने के लिए उपखंड अधिकारी व तहसीलदार से पुलिस जाब्ता की मांग की गई थी।

राजनीतिक दबाव के चलते या किसी ओर वजह से उपखंड अधिकारी व सूरजगढ़ प्रशासन अतिक्रमण हटाने की बजाय अतिक्रमण करने वाले की पैरवी कर रहे हैं। 21 जून को रात्रि चौपाल में ग्रामवासियों ने अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया था।

इस पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था। 11 जुलाई व 18 जुलाई को जिला कलेक्टर की जन सुनवाई में दो बार ग्रामवासियों ने अतिक्रमण हटाने की शिकायत की। अभी तक प्रशासन अतिक्रमण नहीं हटा पाया है।

उन्होंने कहा- अगर जल्दी ही प्रशासन ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो ग्रामवासियों को आंदोलन करना पड़ेगा। ज्ञापन देने वालों में धर्मपाल गांधी, सरपंच मंजू तंवर, नाहर सिंह शेखावत, सुदर्शन शर्मा, अनिल शर्मा, विनोद सोनी, धीरसिंह नायक सहित अन्य लोग शामिल रहे।

चबूतरे के कारण 7 मीटर की सड़क बाकी

ग्रामीणों ने कहा कि अतिक्रमण नंदकिशोर सैनी पुत्र नागरमल सैनी, सुनीता सैनी पत्नी सुनील सैनी ने कर रखा है। उन्होंने दुकान के आगे चबूतरा बना रखा है। चबूतरे के कारण 7 मीटर की सड़क के निर्माण में बाधा आ रही है। चार पांच साल पहले यह चबूतरा बनाया गया था। पूरी रोड तैयार हो गई है। बस 15 फीट की सड़क बाकी है। आरोप है कि नंदकिशोर की भाभी सुनीता तहसील में कार्यरत है। सामाजिक कार्यकर्ता मनजीत सिंह तंवर ने तहसीलदार व उपखंड अधिकारी पर फायदा पहुंचाने के आरोप लगाए हैं।

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