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भोपालगढ़ किले पर गेट लगाने के मामले ने पकड़ा तूल, ट्रस्ट की ओर से थाने में एक दर्जन से अधिक लोगों पर करवाया धमकी देकर गाली गलौच करने का मामला दर्ज


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भोपालगढ़ किले पर गेट लगाने के मामले ने पकड़ा तूल, ट्रस्ट की ओर से थाने में एक दर्जन से अधिक लोगों पर करवाया धमकी देकर गाली गलौच करने का मामला दर्ज

भोपालगढ़ किले पर गेट लगाने के मामले ने पकड़ा तूल, ट्रस्ट की ओर से थाने में एक दर्जन से अधिक लोगों पर करवाया धमकी देकर गाली गलौच करने का मामला दर्ज

खेतड़ी : खेतड़ी कस्बे के ऐतिहासिक भोपालगढ़ किले के मुख्य द्वार पर गेट लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस संबंध में शनिवार को ट्रस्ट की ओर से कस्बे के एक दर्जन से अधिक लोगों पर गाली गलौच कर फर्जी केस में फंसाने की धमकी देने का मामला दर्ज करवाया गया है। थानाधिकारी भंवरलाल कुमावत ने बताया कि माचवा कालवाड़ रोड जयपुर निवासी ज्ञानेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दी कि वह 25 जूलाई को ट्रस्ट की संपत्ति की देखरेख करने के लिए यहां आया था। ट्रस्ट की ओर से अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने को लेकर मुख्य द्वार पर गेट लगाया गया था तथा मंदिर में आने वाले लोगों के लिए आवागमन की छुट दी गई थी। इस दौरान दोपहर में जब वह तहसीलदार कार्यालय में मिटींग के लिए गया तो वहां 15-20 लोग मौजूद थे। जब वह तहसीलदार से मिलने गए तो वह लोग तहसीलदार के कमरे में घुस गए और जब बाहर आए तो उन्होंने धक्का मुक्की करते हुए गाली गलौज करना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने गेट नहीं हटाने पर यहां से जाने नहीं देने की बात कहते हुए भीड़ आक्रोशित होने लगी। इसके बाद वह लोग उन्हें गाड़ी में बैठाकर भोपालगढ़ के किले पर ले गए तथा गेट हटाकर साइड में रखने के लिए कहा। इस दौरान गेट नहीं हटाने पर फर्जी केस में फंसाने की धमकी देते हुए उनके साथ गाली-गलौच की गई।

इस दौरान उन्होंने पूर्व पालिका अध्यक्ष विजेश शाह सहित राजेश बारी, विरेन्द्र चौहान, शंकरलाल, विजय शर्मा अन्य लोगों के खिलाफ गाली-गलौच कर धमकी देने का मामला दर्ज करवाया। इससे पूर्व ग्रामीणों की ओर से एसडीएम को ज्ञापन देकर भोपालगढ़ के मुख्य द्वार पर गेट नहीं लगाने के लिए अवगत करवाया गया था। इस दौरान प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने पर ग्रामीणों की ओर से आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी। प्रशासन द्वारा मामले में गंभीरता नहीं दिखाने पर दोनों पक्षों में विवाद की स्थिति बन गई है। पुलिस ने परिवादी की ओर से दी गई रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया। वहीं मामले की जांच एएसआई कैलाश चंद को सौंपी गई है।

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