किसानों ने किया करो या मरो के नारे के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान
किसानों ने किया करो या मरो के नारे के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान

खिरोड़ : नवलगढ़ से गोठड़ा तक सीमेंट फैक्ट्री के लिए प्रस्तावित रेल लाइन के विरोध में शुक्रवार को बेरी गांव में रेल लाइन से प्रभावित होने वाले सीकर व झुंझुनूं दोनों जिलों के किसानों की बैठक हुई।
अध्यक्षता जय किसान आंदोलन के प्रदेश कमेटी के मूलचंद चौधरी ने की। बैठक में गुरुवार के समाचार पत्रों में धारा20 की उपधारा 1 भारत सरकार गजट नोटिफिकेशन के विरोध में किसानों ने आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। जय किसान आंदोलन के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश यादव ने बताया कि रेल लाइन के संबंध में जिन किसानों से प्रशासन ने आपत्तियां मांगी थीं जो भेज दी गई हैं। बावजूद इसके दोनों जिलों के प्रशासन ने सीमेंट कंपनियों व राज्य सरकार के दबाव में एकतरफा कार्यवाही की है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों ने निर्णय लिया कि जमीन पर और कोर्ट में दोनों जगह लड़ाई लड़ेंगे लेकिन किसी सूरत में रेल लाइन को अपने खेतों से नहीं जाने देंगे।
किसान नेता विजेंद्र सिंह ने कहा कि रेलवे लाइन से प्रभावित किसान करो या मरो की लड़ाई लड़ने को हर समय तैयार हैं। बैठक में रेल निगरानी कमेटी के अध्यक्ष रतन सिंह शेखावत, मूलचंद चौधरी, विजेंद्र काजला, मनोज सैनी, भूपेंद्र गुर्जर, मामराज, मेघाराम राड, मूलचंद चौधरी, मनोज कुमार सैनी, विजेंद्र सैनी, गुमान गर्वा, सुनील सैनी, सज्जन रुहेला, रतन सैनी, फारूक, कालूराम, रामवतार, पाबूदान सिंह, बिलाल लंगा, ताराचंद मास्टर, कनुराम सैनी, बाबूलाल सैनी, पवन सैनी, निवास सैनी, सुरेश सैनी, सुमित्रा देवी, नाथी देवी, छोटी देवी, संपत देवी, सुनीता देवी, सजना देवी, मंजू देवी आदि किसान उपस्थित रहे।