निजी अस्पतालों को नोटिस का मामला; निजी अस्पतालों की चेतावनी नोटिस वापस नहीं लिया तो आंदोलन
निगम ने कहा- कचरा संग्रहण का पैसा देना होगा निजी अस्पताल बोले- हम पहले से ही पैसा दे रहे

जयपुर : शहर के निजी अस्पतालों को नगर निगम की ओर से भेजे गए नोटिस के बाद नगर निगम और निजी अस्पतालों के बीच ठन गई है। नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि अस्पतालों को कर संग्रहण देना ही होगा, वहीं निजी अस्पताल संचालक और यूनियन का कहना है कि वे बायोमेडिकल वेस्ट के रूप में पहले से ही काफी अधिक पैसे दे रहे हैं।
इसके अलावा वे भारी-भरकम राशि देने में असक्षम हैं और अस्पताल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड को बायोमेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के लिए आर्थराइजेशन चार्ज देते हैं। ऐसे में अब कचरे के लिए निगम को अलग से चार्ज नहीं दिया जा सकता। उधर, नगर निगम ने अस्पताल संचालकों को गुरुवार को उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। ऐसा नहीं किए जाने पर अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
यह दिया गया नोटिस
ग्रेटर नगर निगम और हेरिटेज नगर निगम की ओर से शहर के दर्जनों निजी अस्पतालों को नोटिस दिया गया है कि “घर-घर कचरा संग्रहण एवं परिवहन का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में नियमों के तहत अस्पतालों को निर्धारित यूजर चार्ज राशि वसूल करने का नोटिस दिया गया है। अस्पतालों ने इस नोटिस के विरुद्ध आपत्ति दी है तो अब उन्हें 4 जुलाई को 12 बजे व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत होना होगा।
ऐसा नहीं किए जाने पर एकतरफा कार्रवाई अमल में ली जाएगी और आपत्ति का निस्तारण कर दिया जाएगा। साथ ही देय मांग राशि भी वसूली जाएगी। अभी दो जोन के अस्पतालों को नोटिस, फिर सभी को मिलेंगे अभी मालवीय नगर और मुरलीपुरा जोन के अस्पतालों को नोटिस दिया गया है।
इनमें अंशु हॉस्पिटल, केएमएस हॉस्पिटल, पाइल्स हॉस्पिटल, सहाय मेमोरियल हॉस्पिटल सहित अन्य 15 अन्य अस्पताल हैं। इन सभी को चार जुलाई को निगम कार्यालय में प्रस्तुत होने के निर्देश दिए गए हैं। सामने आया है कि आने वाले दिनों में शहर के सभी अस्पतालों को ये नोटिस जारी किए जाएंगे। नोटिस में 20 हजार से 50 हजार तक की राशि जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं।
जयपुर नगर निगम ग्रेटर द्वारा मालवीय नगर और मुरलीपुरा ज़ोन में कचरा संग्रहण के संदर्भ में निजी अस्पतालों, डायग्नॉस्टिक सेंटर्स व क्लिनिकों को भारी भरकम राशि के नोटिस दिया गया है, जो गलत है। सभी निजी मेडिकल संस्थान नगर निगम व राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्राइवेट कंपनी इंस्ट्रोमेडिक्स के माध्यम से बायोमेडिकल वेस्ट के संग्रहण के लिए पहले से ही भुगतान कर रहे हैं। नोटिसों को तुरंत वापस लिया जाए अन्यथा चिकित्सक समुदाय को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। – डॉ.विजय कपूर, प्रेसिडेंट, प्राइवेट हॉस्पिटल्स एंड नर्सिंग होम्स सोसायटी