पूरी ताकत से नहर आन्दोलन में साथ देंगे नौजवान सभा के सभी कार्यकर्ता
पूरी ताकत से नहर आन्दोलन में साथ देंगे नौजवान सभा के सभी कार्यकर्ता

चिडावा : चिडावा-सिंघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग कर रहे किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले नौजवान सभा के करण कटारिया की अध्यक्षता में आज 177 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर आज नौजवान सभा के सदस्य युवाओं का ही निर्देशन रहा और नौजवान सभा के जयन्त चौधरी ने अपने सम्बोधन में सभी कांग्रेस व बीजेपी नेताओं को आडे हाथ लेते हुए कहा कि ये नहर के नाम पर चुनाव लडते एवं जीतते रहे हैं। संसद पहुँच कर सो जाते हैं उनको नींद आ जाती है और जनता का दुख दर्द भूलकर होफी लूटने में लग जाते हैं। उनको याद नहीं है कि शेखावाटी में पानी की महामारी शुरू हो गई है और ये हालात गंभीरता में आने से व जनता के आन्दोलन से पहले आज से 30 साल पहले ही जो काम सरकार को बिना पूछे, तथा सर्वे के आधार पर करना चाहिए था। और ये आज तक किया नही तो उनका अपना क्या उद्देश्य है वो जनता के सामने पेश करना चाहिए। जबकि यह नहर आन्दोलन किसी भी पार्टी के द्वारा संचालित व प्रभावित नहीं है ये हम क्षेत्र के सभी नागरिकों को बताना एवं समझाने के लिए वक्तव्य कई बार हमारे उच्च पदाधिकारियों ने भी दिऐ हैं।
ये आमजन के प्यासे मरने की नौबत व जीवन यापन से जुडा सीधा मुद्दा है हम नौजवान सभा के सहयोग से इस आन्दोलन को महासंग्राम व सत्याग्रह की तरह से सरकार के साथ आर पार लडेंगे क्योंकि अब भी हमारे धरने को 200 दिन पूरे होने को हैं सरकार ने किसानों से ना तो बात की है और ना ही कोई ठोस फैसला हमारे शेखावाटी नहर के लिए किया गया है। लेकिन किसानों ने भी सोच लिया है वे भी नहीं हटेंगे। मर जायेंगे शेखावाटी के लाल अपने हक का नहरी पानी लिए बिना इस बार नहीं पिछे नहीं हटेंगे क्योंकि आज से पहले हमारे पास भूमि में पानी का अथाह भण्डार था वह खत्म हो गया है। मेरी सरकार से हाथ जोड़कर विनम्र अपील है कि वो हमें नहर दे वरना अगले बूरे दिनों के लिए तैयार हो जाऐ जिस देश में किसान जीवित है वही देश आगे बढ़ सकता है।
धरने पर आज तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह,कोषाध्यक्ष महेश चाहर, ताराचंद तानाण, जयसिंह हलवाई, रजत सैनी, गजेन्द्र सिंह, बनवारीलाल, राजवीर,राहुल, हार्दिक, लोकेश, कपिल, सौरभ सैनी,डाक्टर पुनम, डाक्टर जांगिड, रोहित हितेश, प्रभुराम माली, राजेश, रणधीर ओला, प्रदीप ओला आदि उपस्थित रहे।