खेतड़ी (झुंझुनूं) : महामहिम उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को अपनी धर्मपत्नी सुदेश धनखड के साथ एक दिवसीय दौरे पर जिले के खेतड़ी कस्बे में आए। उन्होंने खेतड़ी के अजीत विवेक संग्रहालय से आजादी के अमृत महोत्सव, रामकृष्ण मिशन अजीत विवेक संग्रहालय तथा स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक कन्याकुमारी के स्थापना के 50 वर्ष पर पूर्ण होने पर केन्द्रीय सांस्कृतिक मंत्रालय द्वारा प्रदेश के सभी 33 जिलों में निकाली जा रही स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना। इससे पहले उन्होंने अजीत विवेक संग्रहालय में विवेकानंद जी की मूर्ति पर पुष्पाजंलि अर्पित कर, संग्रहालय की विजिट की। यहां पर उन्होंने पुस्तिका में अपने विचार लिखते हुए कहा कि आज स्वामी जी का सपना साकार हो रहा है।
इस दौरान पोलो ग्राउंड में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड ने कहा कि इस संदेश यात्रा का शुभारम्भ खेतड़ी से हो रहा है, यह गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि यह यात्रा राजस्थान के सभी जिलों में जाएगी, जो विवेकानंद जी के ‘‘ उठो, जागो और अपने लक्ष्य को प्राप्त करों‘‘ के विचार को सार्थकता प्रदान करेंगी। उन्होंने सम्बोधन के दौरान विवेकानंद से जुड़ी बातों का भी जिक्र किया और उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इससे पहले उन्होंने अजीत म्यूजियम में दौरे के दौरान भी बताया कि वे शिकागो में जिस जगह स्वामी विवेकानंद ने अपना विश्व विख्यात भाषण दिया था, वहां जा चुके हैं। सभा में उन्होंने कहा कि आज विश्व में जितनी भी बड़ी कंपनियां हैं उनके सर्वाेच्च पदों पर भारतीय युवाओं का आधिपत्य बना हुआ है यह सब स्वामी विवेकानंद जी की प्रेरणा का ही प्रतिफल है। उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा की स्वामी जी भारत के प्रखर आध्यात्मिक गुरु भी हैं जिन्होंने विवेक और आनंद का सम्मिश्रण किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में जब संपूर्ण विश्व थर्रा (कोरोना से) रहा था, उस समय भारत ने अपने देश के 80 करोड लोगों को मुफ्त भोजन योजना का लाभ उपलब्ध करवाया और 250 करोड़ से अधिक के वैक्सीनेशन देश के नागरिकों को ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य अनेक देशों के नागरिकों को भी निशुल्क उपलब्ध करवा कर विश्व बंधुत्व की भावना का परिचय दिया । उन्होंने अपनी कंबोडिया यात्रा के दौरान यह बात जब वहां के लोगों को बताई तो विश्व आश्चर्यचकित रह गया कि आज विश्व में ऐसा कोई भी देश नहीं है, जिसने भारत के मुकाबले में अपने देश के नागरिकों कि इस तरह मदद की हो। उपराष्ट्रपति धनकड़ ने स्वामी विवेकानंद के शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वामी जी ने अपने संदेश में कहा था कि मैं उस धर्म का अनुयाई हूं जिसने सभी देशों के सताए हुए लोगों को आश्रय दिया है। दुनिया के कई देशों ने भारत पर आक्रमण किया और भारतीय संस्कृति को कुचलने का कुत्सित कार्य किया, लेकिन भारत के लोगों ने कभी किसी से बदला नहीं लिया भारत संपूर्ण विश्व को आज भी अपना कुटुंब समझता है देश इसी नीति पर आगे बढ़ रहा है उन्होंने कहा कि जब वे1989 में झुंझुनू से लोकसभा सांसद चुने गए थे। तब एक सांसद को मात्रा 50 गैस के कनेक्शन देने का अधिकार था, किंतु आज भारत सरकार ने 18 करोड़ से ज्यादा लोगों को निशुल्क गैस कनेक्शन और 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुलवा कर लंबी लगने वाली लाइनों को डिजिटल क्रांति के माध्यम से समाप्त कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि किसानों के खातों में वर्ष में तीन बार पैसा आता है और भारत आज किसी का मोहताज नहीं है देश की अर्थव्यवस्था मैं भारत का आज पांचवां स्थान है और इस दशक की समाप्ति तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी शक्ति के रूप में शामिल होगा।
खेतड़ी से प्रदेश के सभी जिलों में जाएगी विवेकानंद संदेश यात्रा
विवेकानंद संदेश यात्रा में 75 स्कूली छात्र -छात्राएं स्वामी जी की वेशभूषा धारण कर शामिल हुए हैं। यात्रा में 50 से अधिक बाइक सवार भी हाथों में तिरंगा लिए शामिल हुए। यात्रा राजस्थान के 33 जिलो में जाएगी। 7 जनवरी 2023 को जोधपुर में इसका समापन होगा। इससे पहले कार्यक्रम स्थल पर यात्रा के प्रभारी अशोकसिंह ने प्रतीक चिह्न भेंट कर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी का यात्रा के सहप्रभारी केएम मोदी ने स्वागत किया।
आत्मनिष्ठ महाराज का ओमप्रकाश गुप्ता, डाॅ. सुदेश धनखड़ का अशोक सिंह ने स्वागत किया। प्रभारी अशोकसिंह ने बताया कि खेतड़ी से रवाना हुई यात्रा सात जनवरी तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों व संभाग मुख्यालयों पर जाएगी। इस दौरान युवा पीढ़ी को स्वामी जी के आदर्शों से अवगत कराया जाएगा। आज के परिप्रेक्ष्य में उनके विचारों की जरूरत युवा पीढ़ी को समझाई जाएगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ ओम के उच्चारण व शांति की धुन से किया गया। स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक कन्याकुमारी के अध्यक्ष ए बालकृष्ण ने मुख्य अतिथि जगदीप धनखड़ का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और स्वागत भाषण दिया। मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में राजस्थान सरकार के ऊर्जा मंत्राी भंवर सिंह भाटी, रामकृष्ण मिशन खेतड़ी के सचिव आत्मनिष्ठानंद महाराज विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कन्याकुमारी के संत ए बालकृष्ण ने की। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति की धर्मपत्नी डॉ सुदेश धनखड़ भी मंचासीन थीं। गौरतलब है की स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक कन्याकुमारी के संस्थापक एकनाथ रानाडे की 19 नवंबर को 108 वी जयंती के उपलक्ष्य मंे 108 मंदिरों की नगरी खेतड़ी से किया गया है। यह यात्रा भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के सौजन्य से आयोजित की गई है। जो राजस्थान के सभी 33 जिलों में जाएगी और स्वामी जी के संदेश को आमजन तक पहुंचाएगी। इस यात्रा का समापन 7 जनवरी 2023 को जोधपुर में होगा।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने खेतड़ी कॉपर के डायरेक्टर के बंगले पर भी दौरा किया और वहां पौधारोपण किया। इससे पहले हैलीपेड पर राज्य के ऊर्जा मंत्राी स्वतंत्रा प्रभार भंवर सिंह भाटी, खेतड़ी विधायक एवं पूर्व मंत्राी डॉ. जितेन्द्र सिंह, नगरपालिकाध्यक्ष गीता देवी सैनी, प.स. प्रधान मनीषा गुर्जर, आत्मनिष्ठानंद महाराज ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत किया।