[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

विधायक रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकी:आरोपी अहमदाबाद के कालुपुर रेलवे स्टेशन से दबोचा, गिड़ा थाने का है वांटेड


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़बाड़मेरराजस्थानराज्य

विधायक रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकी:आरोपी अहमदाबाद के कालुपुर रेलवे स्टेशन से दबोचा, गिड़ा थाने का है वांटेड

विधायक रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकी:आरोपी अहमदाबाद के कालुपुर रेलवे स्टेशन से दबोचा, गिड़ा थाने का है वांटेड

बाड़मेर : बाड़मेर जिले के शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी युवक को अहमदाबाद क्राइम पुलिस ने कालुपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। युवक ने खुद के पास हथियार होना भी स्वीकार किया है। 1 पिस्तौल व 9 जिंदा कारतूस पुलिस ने जब्त किए है। फिलहाल अहमदाबाद क्राइम पुलिस धमकी देने वाले युवक से पूछताछ कर रही है। युवक ने सोशल मीडिया पर एक जान से मारने की धमकी भरा वीडियो बनाकर एक माह पहले शेयर किया था।

15 मई सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया, फिर भाटी के समर्थकों ने की थी कार्रवाई की मांग।
15 मई सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया, फिर भाटी के समर्थकों ने की थी कार्रवाई की मांग।

दरअसल, शिव विधायक भाटी ने बाड़मेर संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद से भाटी को सोशल मीडिया के जरिए धमकियां दी गई। 27 अप्रैल को फेसबुक पर मघाराम नाम के एक व्यक्ति ने रविंद्र सिंह भाटी को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाड़मेर पुलिस ने 2 मई को गिरफ्तार कर उसे बालोतरा पुलिस को सौंप दिया था। करीब 15-16 मई को एक वीडियो सोशल मीडिया पर जारी कर एक युवक ने धमकी दी थी। जाने से मारने का धमकी देने वाले वीडियो संज्ञान में आने के बाद पुलिस युवक की तलाश कर रही थी। लगातार मिल रही धमकी के बाद रविंद्र सिंह भाटी को सुरक्षा देने की भी मांग उठी थी। इसके बाद जयपुर सीबीआई से मिले आदेश के बाद बाड़मेर एसपी ने एक पीएसओ को बढ़ाकर दो पीएसओ लगाए थे।

भाटी ने लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद दो बार मिल चुकी जान से मारने की धमकी, एक युवक पहले गिरफ्तार हो चुका है।
भाटी ने लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद दो बार मिल चुकी जान से मारने की धमकी, एक युवक पहले गिरफ्तार हो चुका है।

अहमदाबाद पुलिस के अनुसार किशनलाल उर्फ ​​केशाराम पुत्र गेनाराम निवासी परेऊ गांव थाना गिड़ा जिला बालोतरा को अहमदाबाद क्राइम ब्राच ने कालुपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया है कि गिड़ा थाने में दर्ज लूट मामले में भी वांटेड है। वहीं इसने खुद के पास पिस्तौल और कारतूस होना स्वीकार किया है। पुलिस को आरोपी ने बताया कि गिड़ा में बाइक सीट के नीचे एक पिस्तौल व 9 जिंदा कारतूस गिड़ा पुलिस के पास है।

अहमदाबाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।
अहमदाबाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।

वीडियो जारी कर आरोपी बोला-बार-बार ​जातिवाद का जहर घोल रहा है

युवक ने मई माह में करीब 16 को एक सोशल मीडिया पर वीडियो जारी किया था। यह वीडियो करीब 1 मिनट 26 मिनट का है। युवक ने कहा- कुछ दिनों पहले एक वीडियो आया था। वह कह रहा है कि लिखकर क्यों धमकी दे रहा है…खुलेआम धमकी क्यों नहीं दे रहा है। मैं उसे बोलना चाहता हूं कि रविंद्र सिंह भाटी को खुलेआम मारेंगे, वो भी जल्द से जल्द। तुझे जो करना है, वो कर लेना।

बार-बार हमारे लोक देवताओं को लेकर टिप्पणी करता है। इस तरह का जातिवाद फैलाकर क्या करना चाहता है ? वीडियो में युवक एक लोक देवता का जिक्र करते हुए कह रहा है….वे शराब पीकर मर गए। रोड एक्सीडेंट में उनकी मौत हो गई और अब उनको चढ़ावा चढ़ा रहे हो। ऐसे तो हर किसी के घर में बाप-दादा मर जाते हैं।दूसरी बार मिली धमकी, प्रदेशभर में सुरक्षा देने की मांग उठी रविंद्र सिंह भाटी को दूसरी बार धमकी मिली है।

सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ शेयर किए हुए है फोटो वीडियो।
सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ शेयर किए हुए है फोटो वीडियो।

बाड़मेर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे

रविंद्र भाटी बाड़मेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी थे। इस सीट पर बीजेपी से कैलाश चौधरी, कांग्रेस से उम्मेदाराम बेनीवाल और भाटी के बीच मुकाबला भी है। दूसरे चरण 26 अप्रैल को बाड़मेर में वोटिंग हुई। उस दिन शिव, बाड़मेर, चौहटन, सहित कुछ इलाकों में एक-दूसरे समर्थकों के साथ मारपीट, धरना प्रदर्शन हुए थे। बायतु में रविंद्र सिंह भाटी के समर्थकों के साथ मारपीट हुई, उसके बाद उनके ही समर्थकों को पुलिस ने पकड़कर गिरफ्तार कर लिया।

इसके विरोध में वोटिंग के दूसरे दिन 27 अप्रैल को रविंद्र सिंह भाटी और उनके समर्थकों ने बालोतरा एसपी ऑफिस के आगे धरना देकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान सोशल मीडिया पर रविंद्र सिंह भाटी को पहली बार धमकी दी गई।

Related Articles