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पिलानी विधानसभा में पानी पर कोरी राजनीति


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पिलानी विधानसभा में पानी पर कोरी राजनीति

पिलानी विधानसभा में पानी पर कोरी राजनीति

राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक

पिलानी-झुंझुनूं : वैसे तो झुंझुनूं जिले में पानी को लेकर राजनीति कोई नया खेल नहीं है । विदित हो यमुना नदी का पानी झुंझुनूं को लेकर कांग्रेस के एक कद्दावर नेता ने अपने राजनीतिक जीवन के अंतिम क्षणों तक इस मुद्दे का जी खोलकर दोहन किया । तत्पश्चात तत्कालीन विधायक जेपी चंदेलिया जो अब विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल का हिस्सा बन चुके हैं कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी पिलानी को दिलाने के लिए पांच साल आराम से निकाल दिए । चिड़ावा से पिलानी को कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पिलानी को साठ लाख लीटर रोजाना दिलाने के बाद बजावा से पानी दिलवाने की बात करते रहे । उनके अनुसार इसको लेकर टेंडर होने को लेकर जनता को खूब बरगलाया । तत्पश्चात राजस्थान में डबल इंजन सरकार बनी और यमुना नदी का जल शेखावाटी को मिलने का जिन्न फिर बाहर आ गया व हरियाणा सरकार से आनन फानन में यमुना नदी जल समझोते का झुंझुनूं आवाम को थमा दिया । विदित हो नगरपालिका पार्षद राजकुमार नायक इस मुद्दे को लेकर सैकड़ो दिनो तक धरना दिया लेकिन भाजपा के सांसद और नेताओं ने इस धरने में राजनीति नजर आई ।

लेकिन अब इस मुद्दे पर भाजपा के एक नेता का बयान देखने को मिला शायद अब उनको इस मुद्दे पर राजनीति करने का मौका मिला । उनके अनुसार करीब एक दर्जन ट्यूबवेल का प्रपोजल बनाकर सरकार को भेज दिया है । लेकिन जो ट्यूबवेल रखरखाव व पानी की कमी के कारण सूखे है व पिलानी पानी को लेकर डार्क जोन घोषित हो चुका है तो इस तरह का बयान कोरी राजनीति नहीं तो क्या है ? इसके साथ ही उन्होंने एक हास्यास्पद घोषणा भी करके आश्चर्यचकित कर दिया कि यमुना जल का पानी शेखावाटी को चार महीने में मिल जाएगा । जबकि राजस्थान के मुख्यमंत्री के बयान को देखें जिसमें उन्होंने चार महीने इस परियोजना की डीपीआर बनाने की घोषणा की । क्या डीपीआर बनते ही पानी आ जाएगा ? इस तरह के विरोधाभासी बयान देना कोरी राजनीति नहीं है तो क्या है ?

पत्रकारिता के मूल्यों को जीवंत रखते हुए सामाजिक सरोकार व मानवीय मुद्दे को लेकर जनता की अदालत में रखने के साथ ही सरकार के संज्ञान में लाने का निरंतर प्रयास किया है । यदि भाजपा के नेता सच मे इस मुद्दे को लेकर संवेदनशील है तो यमुना नदी जल की रट छोड़कर कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी पिलानी विधानसभा को मिले राजस्थान सरकार के संज्ञान में लेकर आए व इस पर युद्ध स्तर पर कार्रवाई हो । क्योंकि कुंभाराम लिफ्ट परियोजना का पानी पिलानी को मिले यही इस समस्या का स्थायी समाधान है ।

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