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आठ दिवसीय राम महायज्ञ का समापन:श्रद्धालुओं ने आहुति देकर की खुशहाली की कामना, धूमधाम से निकाली कलश यात्रा


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आठ दिवसीय राम महायज्ञ का समापन:श्रद्धालुओं ने आहुति देकर की खुशहाली की कामना, धूमधाम से निकाली कलश यात्रा

आठ दिवसीय राम महायज्ञ का समापन:श्रद्धालुओं ने आहुति देकर की खुशहाली की कामना, धूमधाम से निकाली कलश यात्रा

खेतडी : खेतडी के देवनगर बाडलवास में बाबा दादेश्वर महाराज मंदिर परिसर में रविवार से श्रीराम महायज्ञ के समापन समारोह का आयोजन किया गया। श्री राम महायज्ञ का भव्य आयोजन नौ जून से 16 जून गंगा दशमी तक चल रहा था‌। कार्यक्रम के दौरान बाडलवास में श्री बाबा देवादास जी महाराज के आश्रम से भव्य महायज्ञ किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने महायज्ञ में आहुति देकर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।

यज्ञ समापन मुख्य यजमान चेतराम यादव, प्रभु राम कसाना के सानिध्य में पंडितों ने मंत्रोच्चार किया गया। इसके अलावा प्रतिदिन सुबह यज्ञादी कार्य के साथ संतों द्वारा प्रवचन भी दिए गए है। इस दौरान सभी धार्मिक कार्यक्रम महामण्डलेश्वर पुरुषोत्तम दास जी महाराज, एंव आस पास के सभी ग्रामवासियों के सान्निध्य में हुआ।

धार्मिक स्थल पर महामण्डलेश्वर रामप्रियदास महाराज रामघाट टोंक, माडँव पीठाधीश्वर नृसिंगदास महाराज मध्यप्रदेश, महामण्डलेश्वर शिवदास महाराज रामेश्वरम, महन्त सत्यनारायण दास जी महाराज पुष्कर अजमेर, महन्त हितेश्वर दास जी महाराज गुजरात, महन्त सियाराम दास जी महाराज अयोध्या धाम एवं अन्य तीर्थों से सन्त समागम में शामिल रहे।

ग्रामीणों ने बताया कि खेतड़ी की धरा पर इस प्रकार के धार्मिक कार्यों का आयोजन होने से क्षेत्र में खुशहाली व भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। प्रत्येक व्यक्ति को धार्मिक कार्य के प्रति विस्वास व आस्था के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। महायज्ञ की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं की ओर से विशेष तैयारियां की गई थी। यज्ञ की शुरुआत में ग्रामीणों की ओर से डीजे के साथ पूरे गांव में धूमधाम से कलश यात्रा निकाली गई।

इस मौके पर घीसाराम यादव, सहीराम कसाना, संतलाल, नरेन्द्र भड़ाना, निहाल सिंह यादव, पंकज कुमार, कृष्ण कुमार जिंदड, धर्मपाल लाठा, कृष्ण कुमार बाडलवास, अम्मी लाल, फूलचंद, छोटूराम, विकास, बलवीर, मोहनलाल, रामनिवास, कैलाश चंद, प्रदीप कुमार, विक्रम सिंह, रामेश्वर कसाणा सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।

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