झुंझुनूं हर युवा के दिल में बहती है देश भक्ति, परमवीर चक्र से लेकर 13 श्रेणियों में मिल चुके हैं पदक
झुंझुनूं जिले को देश में सबसे ज्यादा सैनिक और शहीद देने का गौरव प्राप्त है। उनकी इसी शौर्यता के कारण उन्हें सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से लेकर 13 श्रेणी के मेडलों से सम्मानित किया जा चुका है।

झुंझुनूं : झुंझुनूं जिले को देश में सबसे ज्यादा सैनिक और शहीद देने का गौरव प्राप्त है। यहां के गांवों में लगी शहीदों की आदमकद प्रतिमाएं इस बात की गवाह हैं कि यहां की वीर माताएं अपने बच्चों को जन्म से ही दूध में देशभक्ति का पाठ पढ़ाती हैं। जिले की मिट्टी के कण-कण में शौर्यता बसती है। यही कारण है कि आजादी के बाद से अब तक यहां के सैनिकों ने दुश्मनों के दांत खट्टे किए हैं। उनकी इसी शौर्यता के कारण उन्हें सेना के सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र से लेकर 13 श्रेणी के मेडलों से सम्मानित किया जा चुका है।
अंग्रेजों ने यहां की थी सैन्य छावनी स्थापित
इस जगह का सेना से लगाव का कारण यह है कि अंग्रेजों ने यहां एक सैन्य छावनी स्थापित की थी, जिसे ‘शेखावाटी ब्रिगेड’ कहा जाता था। अब तक इस जिले के 120 से अधिक सैनिकों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, जो पूरे देश में किसी भी जिले के लिए सबसे अधिक है। यहां अक्सर गांवों में युवाओं की टोलियां सेना में भर्ती होने की तैयारी करती नजर आती हैं। लेकिन अब नई पीढ़ी देश सेवा से कतराने लगी है। इसी कारण अब गांवों में युवाओं की टोलियों की जगह इक्का-दुक्का युवा ही सेना में भर्ती होने की तैयारी करते नजर आते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि भारतीय सेना में सैनिकों की भर्ती अग्निपथ योजना के जरिए होती है।
परमवीर चक्र से लेकर 13 श्रेणी के मेडलों से हो चुके हैं सम्मानित
जिले में इतने अधिक लोगों का सेना से जुड़ाव होने के बाद हाल ही में युवाओं का अब भारतीय सेना में जाने का मोहभंग होने लगा है। पहले तो वे ग्रुप में अभ्यास करते नजर आते थे। लेकिन समय के साथ इसमें कमी आई है। इसका कारण अग्निपथ योजना स्कीम लागू होना बताया गया। लेकिन इसके बाद भी इस जिले के युवाओं में देश के लिए मर मिटने का जज्बा कम नहीं हुआ है। क्योंकि झुंझुनू के वीर जवानों की बदौलत ही जिले का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जा सका है।
इसके साथ ही अब तक जिले को भारतीय सेना में सेवा देने के लिए एक परमवीर चक्र, 23 वीर चक्र, छह कीर्ति चक्र, 17 शौर्य चक्र, 123 सेना मेडल, एक एयरफोर्स मेडल, चार नेवी आर्मी मेडल, एक पीवीएसएम, चार वीएसएम, दो सेना मेडल, 15 मेंशन इन डिस्पैच मेडल, 18 पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री और एक प्रेसिडेंट पुलिस मेडल ऑफ गैलेंट्री मिल चुके हैं।