सीकर : किसान मजबूत होगा तो सुधरेगी अर्थव्यवस्था- डूडी:किसानों ने संवाद के जरिए रखी समस्याएं,सीएम के सामने रखेंगे किसानों के सुझाव
किसान मजबूत होगा तो सुधरेगी अर्थव्यवस्था- डूडी:किसानों ने संवाद के जरिए रखी समस्याएं,सीएम के सामने रखेंगे किसानों के सुझाव
सीकर : सीकर के किसानों ने खेती में आ रही समस्याओं को लेकर रामेश्वर डूडी के सामने अपनी बात रखी। पानी की कमी, बैंक लोन में आ रही दिक्कतों के साथ बिजली कनेक्शन को लेकर डूडी से जल्द समाधान करवाने की मांग की। रामेश्वर डूडी ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि उनके सुझाव मुख्यमंत्री के पास ले जाकर जल्द समाधान किया जाएगा।
सीकर के रीको इंडस्ट्रीयल में स्थित सामुदायिक भवन में किसानों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीकर, झुंझुनूं और नागौर के किसानों ने हिस्सा लिया। किसानों ने खेती में आ रही समस्याओं को लेकर राजस्थान स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी को अवगत कराया। किसानों ने बताया कि बिजली कनेक्शन को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कनेक्शन नहीं मिलने के कारण फसलों को भी काफी नुकसान हो जाता है।
पानी की कमी से जूझ रहा किसान
सरवडी के किसान भंवरलाल ने बताया कि उन्होने बैंक से 37 लाख का लोन लिया। लेकिन लोन की राशि देने के बाद गारंटी के नाम पर 3 लाख रुपए काट लिये गए। ऐसे में गारंटी के नाम पर काटने वाले पैसे का उचित समाधान होना चाहिए। उन्होने कहा कि पानी का स्तर धीरे धीरे कम होता जा रहा है। पानी उचित मात्रा में नहीं मिलेगा तो किसान खेती नहीं कर पाएगा। इसलिए पानी के स्तर बढाने के लिए सरकार की ओर से कुछ प्रयास होने चाहिए।
जैविक उत्पादन की ठोस नीति बनाई जाए
झुंझुनूं के किसान गिरधारी ने बताया कि उन्होने किन्नू और हल्दी की खेती की थी। लेकिन अधिकारियों ने यहां पर यह खेती नहीं होने की बात कही। ऐसे में उन्होने सुझाव दिया कि दूसरे जगह होने वाली खेती अगर कोई किसान करता है तो उसके लिए भी अनुदान मिलना चाहिए। ओमप्रकाश ने जैविक उत्पादन की ठोस नीति बनानी चाहिए। इसके साथ ही जैविक खेती के लिए अलग से प्लेटफार्म होने का सुझाव रखा।
किसान को मजबूत और सशक्त बनाएंगे
रामेश्वर डूडी ने बताया कि किसानों की कई समस्याएं होती है जिनको पूरा करना सरकार का दायित्व रहता है। इसी को लेकर संवाद रखा गया । उन्होने कहा कि किसानों के सभी सुझव लिए गए है। सुझावों को मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे। उन्होने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि किसान को मजबूत और सशक्त बनाया जाए। हमारी देश की अर्थव्यवस्था खेती पर टिकी है। इसलिए अगर हमारा किसान मजबूत नहीं होगा तो देश आगे नहीं बढ़ सकता। इसलिए सरकार किसान के प्रति हमेशा संवेदनशील रही है ।