अब महिला मरीज की निकाली गलत किडनी भी गायब:झुंझुनूं धनखड़ हॉस्पिटल केस; आरोपी डॉक्टर बोला- मैंने परिजनों को दी, परिवार का इनकार
अब महिला मरीज की निकाली गलत किडनी भी गायब:झुंझुनूं धनखड़ हॉस्पिटल केस; आरोपी डॉक्टर बोला- मैंने परिजनों को दी, परिवार का इनकार

झुंझुनूं : महिला मरीज की गलत किडनी निकालने के मामले में अब एक और विवाद सामने आया है। जिस हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ उस पर अब किडनी गायब करने का आरोप है। मरीज के परिजनों का कहना है कि उन्हें निकाली गई किडनी नहीं दी गई। जबकि जिस डॉक्टर ने गलत किडनी निकाली उसका कहना है उसने किडनी दी है।
मामला झुंझुनूं के धनखड़ हॉस्पिटल है। यहां के डॉ संजय धनखड़ ने महिला मरीज बानो का ऑपरेशन कर गलत किडनी निकाल दी थी। हंगामा मचा तो तीन दिन पहले डॉक्टर मरीज के घर पहुंचा और उन्हें चेताया भी। इसके बाद आरोपी डॉक्टर संजय धनखड़ ने आगे का इलाज खुद करवाने का लालच भी दिया। पूरा मामला सामने आने के बाद चिकित्सा मंत्री के आदेश पर धनखड़ हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया था।

कहां गई किडनी?
हॉस्पिटल का कहना है कि किडनी परिजनों को दी गई थी। वहीं, बानो के पति शब्बीर ने कहा कि उन्हें किडनी दिखाई थी पर दी नहीं गई। विभाग की जांच में भी स्पष्ट नहीं है कि आखिर किडनी कहां है? वहीं, बानो के इलाज में लापरवाही बरतने पर बीकानेर पीबीएम अधीक्षक डॉ. पीके सैनी, डॉ. बीके गुप्ता, डॉ. जितेंद्र फलोदिया और नर्सिंग ऑफिसर रमजान तंवर को नोटिस दिया है।
यहां भी खेल; धनकड़ हॉस्पिटल ने बायोप्सी स्लाइड भी नहीं रखी
ऑर्गन एक्ट के तहत ऑर्गन को 10 साल और बायोप्सी स्लाइड 12 माह रखने का नियम है, लेकिन अस्पताल ने नियमों का पालन नहीं किया। वहीं, बानो को इलाज के लिए झुंझुनूं से एसएमएस जयपुर लाया गया। एसीएस शुभ्रा सिंह ने जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है।

डॉ. संजय ने कहा- किडनी परिजनों को दी, ऑर्गन एक्ट का मुझे पता नहीं
डॉ. संजय धनकड़ ने कहा कि कई बार शरीर के ऑर्गन गलत दिशा में होते हैं, इसलिए संभवतया बाईं किडनी निकल गई। सोनोग्राफी में मुझे इसका पता नहीं चला। बायोप्सी इसलिए नहीं कि क्योंकि मरीज गरीब था और 1-2 हजार रु. और लग जाते। किडनी को उन्होंने मरीज को दिखा दी थी, बाद में दे भी दी। ऑर्गन एक्ट के बारे में मुझे पता नहीं है।