150 वें दिन भी धरना जारी : पानी के बिना मौत निश्चित ताजेवाला पर जाऐंगे यहाँ के बजाय वहाँ मरेंगे
150 वें दिन भी धरना जारी : पानी के बिना मौत निश्चित ताजेवाला पर जाऐंगे यहाँ के बजाय वहाँ मरेंगे

चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर मांग रहे किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले प्रगतिशील किसान धर्मपाल सिंह खुडौत के नेतृत्व में आज 150 वें दिन भी जारी रहा।
धरने पर विभिन्न गावों से आऐ किसानों का कहना है कि बिना पानी मौत निश्चित है तो यहाँ के बजाय ताजेवाला पर कूच करेंगे ताकि नहर आने का रास्ता साफ हो। सरकार ने नहर नहीं दी तो वहाँ जाकर पानी तो मिल जाऐगा मजदूरी करेंगे, खेती करेंगे, पर जीवन यापन तो होगा। शेखावाटी में तो सब कुछ ध्वस्त हुआ है, बर्बाद हो गया, विवाह शादियां नहीं हो रही हैं, यूवा बच्चे अपराध में शामिल होने के लिए मजबूर हो रहे हैं। माँ बाप व समाज उनके आचरण से दुखी है। शेखावाटी क्षेत्र बिना पानी के खेती, रोजगार समाप्त होने पर सब निठल्ले हुए हैं अत:ठाला दिमाग शैतानी का घर बनता है। थोडे़ दिन बाद शेखावाटी सभ्यता खत्म हो रही है। ये सुनकर रौंगटे खड़े हो रहे हैं। सभी तबकों ने मिलकर आन्दोलन में भागीदारी निभाने के लिए कमर कस ली है बस इन्तजार है तो सिर्फ आचार संहिता का है उसके बाद में आन्दोलन उग्र रूप में आकर एक मिशाल बनने जा रहा है। सरकार इस मुगालते में न रहे कि काम ऐसे ही चल जाऐगा।
धरने पर आज किसान सभा के तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, शेखावाटी नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री, सुभाष मेघवाल, चन्द्रभान, रणधीर ओला व गुडदयाल, ढाढौत, दिनेश कुमार, धर्मचन्द व कृष्णा, पूजल व रोहन गुर्जर मेहाडा, राजेन्द्र सिंह बडसरी, सौरभ सैनी, करण कटारिया, जयसिंह, जयन्त चौधरी, मनोज, बनवारीलाल, सतपाल, आदि उपस्थित रहे।