शिमला में भयंकर धूप में भी 2 किलोमीटर दूर से पैदल चलकर पानी लाने को मजबूर है महिलाएं
गत 2 माह से पानी के लिए परेशान है ग्रामीण लेकिन आंख मूंदकर बैठे हैं अधिकारी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : ग्राम शिमला के वार्ड नंबर 9 10 व 11 में दो माह से पेयजल संकट बना हुआ है। इतनी भयंकर धूप पड़ रही है। जिसकी बाहर निकलना भी मुश्किल है। ऐसी कड़ी धूप में ग्राम शिमला के ग्रामीण साइकिल पर डिब्बे लटकाकर तथा महिलाए सिर पर घड़ा रखकर दो किलोमीटर दूर पड़ोसी हरियाणा राज्य के बदोपुर ग्राम से पानी लाने को मजबूर हो रही है। अनेक बार शिकायत के बावजूद भी अधिकारी आंख मूंदकर बैठे है। जनप्रतिनिधियों को भी इससे कोई सरोकार नहीं है। बंद कमरों में पानी समस्या समाधान के नाम पर महज मीटिंग करके कोरा दिखावा किया जा रहा है। जो की हकीकत से कोसों दूर है। ऐसे में जनता बहुत बुरी तरह से पानी के लिए परेशान हो रही है। सुनने वाला कोई नहीं है।
इन वार्डो में हरिजन बस्ती, मेघवाल बस्ती के लोग निवास करते है। मजबूरी में 700 रु देकर टैंकरों से पानी डलवाना पड़ता है। गरीब लोग परिवार का पालन पोषण ही मुश्किल से कर पाते हैं। ऐसे में टैंकर डलवाने के पैसे कहां से लेकर आएं। किसान नेता जयसिंह प्रधान ने बताया कि उनके यहां डालोडी धाम में बनी टंकी से पानी की सप्लाई होती थी जिसको ठेकेदार ने नई लाइन डालने के नाम पर तोड़ दिया था। उसके बाद से ही पानी की सप्लाई बाधित हो रही है।
पूर्व डेलीगेट लाली देवी, सजना, बिमला, कमला, विधा, चंद्रो, मुन्नी, सावित्री, सुनीता, चपरी, मंजू, शीला, प्रेम, माया, ओमबई, कृष्णा, ममता, मुस्कान, फूला, माया, मंजू, कोमल, सावित्री, लाली, धनपति, शर्मिला, हार्दिक, प्रेम, सुनीता, लाली देवी, सुमन, अनीता सहित अनेक महिलाओं ने बताया कि अगर शीघ्र हि समस्या का समाधान नहीं किया गया तो विवश होकर समस्त जन आंदोलन किया जाएगा। तथा उपखंड अधिकारी कार्यालय खेतड़ी के सामने महिलाए मटका फोड़ प्रदर्शन भी करेंगी।