माखर गांव में पानी के लिए मचा हाहाकार, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन : 500 रू देकर मंगा रहे पानी का टेंकर
माखर गांव में पानी के लिए मचा हाहाकार, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन : 500 रू देकर मंगा रहे पानी का टेंकर

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
इस्लामपुर : माखर गांव के ग्रामीण इन दिनों पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्रामीण एक-एक मटका पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को नदी क्षेत्र में ईंट भट्टे के पास स्थित टेंक के सामने प्रदर्शन कर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कुल पांच कुएं हैं जिनमें दो कुओं की मोटर जली हुई है ओर एक कुआं फेल हो चुका है शेष दो कुएं पूरे गांव में पानी सप्लाई के लिए पर्याप्त नहीं है। ग्रामीणों ने कर्मचारियों पर भी सही तरीके से ड्यूटी नहीं करने का आरोप लगाया। गांव में बनी पानी की बड़ी टंकी में कुल 450 कनेक्शन है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी सही तरीके से टंकी में पानी नहीं डालते हैं जिससे लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लम्बे समय से गांव में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। लगातार 6 महीनों से महिलाओं के सिर से मटके नहीं उतर रहे हैं। पीने का पानी लाने के लिए महिलाओं को दर-दर भटकना पड़ता है जिससे उन्हें बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गांव में नहर का पानी भी लंबे समय से नहीं आ रहा है। पानी नहीं आने से ग्रामीणों को मजबूरन पांच सौ रूपए देकर टेंकर गिराना पड़ रहा है जिससे ग्रामीणों पर अनावश्यक आर्थिक भार बढ़ रहा है। आर्थिक दृष्टि से सुदृढ़ लोग तो टेंकर मंगा लेते हैं मगर मजदूर लोग पानी के लिए दर-दर भटकते रहते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की समस्या से विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत कराया जा चुका है मगर फिर भी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि या तो विभाग समस्या का समाधान करें अन्यथा पूरे गांव की सप्लाई को बंद कर दें फिर हम सोचेंगे कि हमें क्या करना है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया गया तो ग्रामीण जिला कलेक्टर से मिलेंगे।
इस अवसर पर भंवरु खान, श्यामसुंदर मीणा, बाबूलाल जांगिड़, महेंद्र कुमावत, अभिषेक शर्मा, ओंकार मल प्रजापत, शौकत तेली, नवीन शर्मा, धनेश सिंह, भंवरु नाई, ताराचंद, इमरान खान, याकूब खान, गोकुल व सोहन सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।