सीकर का आईटी इंजीनियर रोबोट से शादी करेगा:सगाई की; मेहमानों का वेलकम करने के साथ ही पानी के लिए भी पूछेगा
सीकर का आईटी इंजीनियर रोबोट से शादी करेगा:सगाई की; मेहमानों का वेलकम करने के साथ ही पानी के लिए भी पूछेगा

सीकर : राजस्थान का आईटी इंजीनियर रोबोट से शादी करेगा। 22 मार्च को उसने सगाई कर ली। हालांकि अभी शादी की तारीख तय नहीं हुई है। जिस रोबोट(गीगा) से इंजीनियर शादी करेगा उसे बनाने में पर अब तक 19 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। गीगा मेहमानों का वेलकम कर लेती है और पानी के लिए भी पूछती है।
रोबोट से शादी करने वाले सीकर जिले के ढाणी डेरावाली (श्रीमाधोपुर) के रहने वाले सूर्य प्रकाश समोता दावा है कि आगे इसकी प्रोग्रामिंग को अपडेट करके और भी एडवांस्ड बनाया जाएगा।

तमिलनाडु-दिल्ली में तैयार हो रही गीगा
सूर्यप्रकाश ने बताया- एनएमएस 5.0 रोबोट गीगा को तमिलनाडु और नोएडा की कंपनियां मिलकर बना रही हैं। रोबोट बनाने में प्रिंस कुमार और बड़ल्या इंजीनियरिंग कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर विनोद कुमार वर्मा ने भी उनकी मदद की है। 5 लाख रुपए में रोबोट में स्पेशल प्रोग्रामिंग की गई है। जिससे वह इंसानों की तरह हरकत करेगी।

सूर्य प्रकाश ने बताया- अब तक गीगा पर करीब 19 लाख रुपए खर्च हुए हैं। गीगा 8 घंटे की शिफ्ट में वर्क कर सकती है। जिसके बाद इसे 2.5 घंटे में चार्ज करना पड़ता है। अभी गीगा के सारे कमांड इंग्लिश में अपलोड किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर इसमें हिंदी की प्रोग्रामिंग भी अपलोड की जा सकेगी।
गीगा अभी कमांड मिलने पर दाएं-बाएं मूवमेंट करती है और पानी मांगने पर बोतल-ग्लास पहुंचा देती है। इसके अलावा मेहमानों का स्वागत, उठने-बैठने के लिए बात करना, हाथ उठाकर वेलकम करना और जाते समय बाॅय, करना सब जानती है।

शादी करने के सवाल पर बोले- टेक्नोलॉजी जीवन का हिस्सा
सूर्य प्रकाश से जब पूछा गया कि वे रोबोट से शादी क्यों करना चाहते हैं तो बताया कि आज हम दैनिक जीवन में कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप का यूज करते हैं और ये गैजेट्स हमारी लाइफ का हिस्सा बन गए हैं। वैसे ही मशीन के साथ टेक्नो फ्रेंडली बनने के लिए उन्होंने गीगा से शादी का फैसला किया है।
सूर्य प्रकाश ने बताया कि वे गीगा को होम मेकर बनाने के बजाय जॉब पर लगाएंगे और गीगा के लिए जॉब की तलाश करेंगे। गीगा एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, होटल और अन्य कंपनियों में जॉब कर सकेगी। गीगा में हर नए अपडेशन भी किए जाएंगे, ताकि वह अधिक यूजर फ्रेंडली बन सके।