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मिड-डे मील पर ऐप से नजर रखेगी सरकार:प्रभारी और संस्था प्रधान को अपलोड करना होगा डेटा; नहीं किया तो कार्रवाई होगी


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मिड-डे मील पर ऐप से नजर रखेगी सरकार:प्रभारी और संस्था प्रधान को अपलोड करना होगा डेटा; नहीं किया तो कार्रवाई होगी

मिड-डे मील पर ऐप से नजर रखेगी सरकार:प्रभारी और संस्था प्रधान को अपलोड करना होगा डेटा; नहीं किया तो कार्रवाई होगी

सीकर : सरकारी स्कूलों में मिलने वाले मिड-डे मील पोषाहार पर लगातार उठ रहे सवालों का बीच मिड-डे मील आयुक्तालय, जयपुर ने इसे पारदर्शी बनाने के लिए राज सिम्स नाम की ऐप लॉन्च की है। ऐप के माध्यम से सरकारी स्कूल के मिड-डे मील प्रभारी और संस्था प्रधान प्रतिदिन स्कूल में उपयोग किए गए गेहूं व चावल की मात्रा को अपलोड करेंगे।

अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) सीकर, घीसाराम भूरिया व राजकीय हरदयाल उच्च माध्यमिक विद्यालय की पोषाहार कार्यवाहक प्रभारी मंजू जाट ने बताया कि राज सिम्स ऐप शुरू होने से सरकारी स्कूलों के मिड-डे मील पोषाहार पर सरकार और विभाग की सीधी नजर रहेगी और प्रतिदिन मॉनिटरिंग भी होगी। जिससे यह पता चल पाएगा कि किस स्कूल में कितना पोषाहार रोजाना यूज में लिया जा रहा है। ऐप से यह भी पता चलेगा कि किस स्कूल में कक्षा एक से आठवीं तक के कितने स्टूडेंट्स स्कूल में उपस्थित हैं और कितने स्टूडेंट्स ने पोषाहार खाया है।

मिड-डे मील प्रभारी और संस्था प्रधान को ऐप के माध्यम से पोषाहार वितरण की सम्पूर्ण जानकारी प्रतिदिन ऑनलाइन अपलोड करनी होगी। अगर कर्मचारियों द्वारा ऐसा नहीं किया गया तो संबंधित कर्मचारी को विभाग की ओर से नोटिस दिया जाएगा और जवाब मांगा जाएगा। मिड-डे मील की जानकारी अपलोड करने के साथ ही कक्षा 1 से आठवीं तक के स्टूडेंट्स को बाल गोपाल योजना के तहत दिए जाने वाले मिल्क पाउडर की जानकारी भी देनी होगी। जिससे सरकारी स्कूलों में दिए जा रहे पोषाहार की पारदर्शिता बनी रहेगी।

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