गहलोत की बहू ने BJP प्रत्याशी के पैर छुए:हिमांशी बोलीं- आप बुजुर्ग हैं, आशीर्वाद बनाए रखिएगा; लुंबाराम ने सिर पर रखा हाथ
गहलोत की बहू ने BJP प्रत्याशी के पैर छुए:हिमांशी बोलीं- आप बुजुर्ग हैं, आशीर्वाद बनाए रखिएगा; लुंबाराम ने सिर पर रखा हाथ

जालोर : पूर्व सीएम अशोक गहलोत की बहू और जालोर-सिरोही लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत की पत्नी हिमांशी चर्चा में हैं। शनिवार को सिरोही के रेवदर में उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रत्याशी लुंबाराम के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वैभव गहलोत लुंबाराम के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।
राजस्थान में दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होगा। जालोर-सिरोही सीट पर मतदान दूसरे चरण में होगा। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस ने पूरा जोर लगाया है। लुंंबाराम गांव-गांव जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं तो वहीं वैभव गहलोत भी पूरा दम-खम लगा रहे हैं। पूर्व सीएम अशोक गहलोत समेत पूरा परिवार वैभव की जीत के लिए फील्ड में मेहनत कर रहा है।

गंगाप्रसादी कार्यक्रम में आमने-सामने हुए लुंबाराम-हिमांशी
शनिवार दोपहर सिरोही जिले के रेवदर कस्बे में सुरेश देवासी पुत्र मोटाराम के घर गंगाप्रसादी का आयोजन था। परिवार के सदस्य के निधन के बाद गंगा में अस्थियां विसर्जित कर लौटने के बाद समाज के लिए यह आयोजन किया जाता है।
रेवदर में फील्ड में चुनाव प्रचार में जुटीं हिमांशी गहलोत को जब देवासी परिवार में हो रहे इस आयोजन की जानकारी मिली तो वे भी पहुंच गईं। इसी कार्यक्रम में कुछ देर बाद भाजपा प्रत्याशी लुंबाराम भी अपने समर्थकों के साथ पहुंच गए। लुंबाराम को वहां देख हिमांशी आने बढ़ीं और उनके पैर छुए। कहा- आप बुजुर्ग हैं, आशीर्वाद बनाए रखिएगा। लुंबाराम मुस्कुराए और हिमांशी के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। इसके बाद साथ आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिमांशी का भाजपा पदाधिकारियों का परिचय कराया।

14 अप्रैल को वैभव ने छुए थे लुंबाराम पैर
इससे पहले 14 अप्रैल रविवार को सिरोही में प्रचार के दौरान जब लुंबाराम और वैभव गहलोत का काफिला आमने-सामने हुआ तो वैभव ने कार से उतरकर लुंबाराम के पैर छुए थे। शिवगंज-सिरोही के बीच चोटिला गांव में रास्ते में दोनों प्रत्याशी आमने-सामने हुए थे। वैभव और लुंबाराम अपनी-अपनी कारों से उतरे। वैभव ने लुंबाराम से आशीर्वाद लिया। दोनों के बीच कुछ देर बातचीत भी हुई।
चोटिला गांव में गौतम ऋषि महादेव धाम में मीणा समाज के मेले से लुंबाराम लौट रहे थे और वैभव मेले में पहुंच रहे थे। इस दौरान रास्ते में दोनों मिले। वैभव ने लुंबाराम से कहा- आप हमारे बुजुर्ग हैं, मुझ पर आशीर्वाद बनाए रखिएगा। लुंबाराम ने भी कहा- आप भी आशीर्वाद बनाए रखना।