सर्व समाज की ओर से आयोजित हुआ 5 वाँ विशाल डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह…

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : कस्बे के बिरोल रोड स्थित खटिकांन बगीची में पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी दीपचंद पंवार की अध्यक्षता में डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम के संयोजक और सामाजिक कार्यकर्ता कमल किशोर पंवार ने बताया कि सागर विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश के चांसलर और मुख्य अतिथि पूर्व आईपीएस अधिकारी कन्हैया लाल बेरवाल, विशिष्ठ अतिथि संघ के सह क्षेत्र कार्यवाह गेंदालाल, जन मंगल सेवा संस्थान के संस्थापक ठा.आनंद सिंह शेखावत तथा अलायन्स कल्ब के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.दया शंकर जांगिड़ मंचस्थ रहे।
महिला अतिथि में लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट नवलगढ़ तहसील अध्यक्ष सुमन वर्मा रही। अतिथियों द्वारा सर्वप्रथम भारतमाता और डॉ. अंबेडकर के चित्रों पर पुष्पहार पहनाकर दीप प्रज्वलित कर समारोह की विधिवत् शुरुआत की। तत्पश्चात एडवोकेट सुमित रूंथला ने प्रेरणा गीत का गायन किया।
स्वागत भाषण के दौरान कृष्ण कुमार दायमा ने आगंतुन मेहमानो का स्वागत करते हुए कहा की भारत की सदैव ही अतिथि देवो भव: की परंपरा रही है हम सब को आज के दिन से प्रेरणा लेते हुए सामाजिक समरसता का भाव दिलों में जगाना होगा, तभी हम विश्व गुरु भारत की ओर आगे बढ़ सकते है।
विशिष्ठ अतिथि सह क्षेत्र कार्यवाह गेंदालाल ने कहा कि बाबा साहेब ने विपरीत परिस्थितियों में देश में पीड़ित और शोषित समाज के लिए आवाज उठाई, बाबा साहेब को आज दुनियां श्रद्धा से याद करती है, बाबा साहेब का भारत के लिए योगदान अतुलनीय है उन्होंने सांस्कृतिक मूल्यों को कभी कम नहीं होने दिया।बाबा साहेब के विद्यार्थी जीवन से लेकर कानून मंत्री बनने तक की यात्रा में सर्व समाज के लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा था।
मुख्य अतिथि सागर विश्व विद्यालय मध्यप्रदेश के चांसलर और पूर्व आईपीएस अधिकारी कन्हैया लाल बेरवाल ने कहा कि 2015 के बाद से बाबा साहेब से जुड़े हुए अनेक विषयों पर सरकार ने काम किया है,, पंच तीर्थों को विकसित करना, संसद के दोनो सदनों में 2 दिन तक बाबा साहेब के विचारों को आत्मसात करने के लिए कार्यशाला रखना,जिसकी पूरे विश्व ने सराहना की,,किंतु वर्तमान समय में संकुचित मानसिकता के लोगों ने बाबा साहेब को सीमित दायरे में कर दिया। समारोह के इस अनूठे प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए,,जिससे समाजों के बीच की दूरियां खत्म होगी।
ठा.आनंद सिंह शेखावत ने कहा कि आज आवश्यकता है सभी समाजों को एक जाजम पर आने की,आज देश का परिदृश्य बदल रहा है,लोग एक दूसरे को सम्मान की दृष्टि से देख रहे है, हम सब भारत माता की संतान है कोई ऊंचा नही कोई नीचा नही सब बराबर है,,सभी को सभी तरह के अधिकार है ये सब बाबा साहेब के संघर्ष के कारण ही संभव हो पाया है।
डॉ.दयाशंकर जांगिड़ ने कहा कि आज समाज में शिक्षा की महत्ती आवश्यकता है, शिक्षित समाज ही तरक्की कर सकता है, बाबा साहेब ने विपरीत परिस्थितियों को स्वीकार करते हुए आगे बढ़े थे,,उनके जीवन से हम सब को प्रेरणा लेना चाहिए।
अध्यक्षीय उद्बोधन में पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी दीपचंद पंवार ने कहा कि आज देश में डर का माहौल बनाकर समाज को लड़ाया जा रहा है,महापुरुषों को जातियों तक सीमित कर दिया गया ऐसे समय में समाज में सज्जन शक्ति के लोगों को आगे आकर इस प्रकार की मानसिकता को खतम करना चाहिए, महापुरुष सभी के होते है किसी जाति विशेष के नही होते, उन्होंने तो अपना सर्वस्व देश के लिए न्यौछावर किया था।
अंत में सेवानिवृत प्रधानाचार्य और स्काउट के लीडर ट्रेनर रामावतार सबलानियां ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। पीरामल दायमा ने मंच संचालन किया। तत्पश्चात सामूहिक रूप से बाबा साहेब के नारों का उद्घोष किया गया।तत्पश्चात जयंती की पूर्व संध्या पर आगंतुक मेहमानो द्वारा अंबेडकर पार्क में बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर, दीपक और मोमबत्ती जलाकर दीपोत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर विश्वनाथ जोशी, प्रो.गिरधारी लाल, मेजर डी पी शर्मा, बाबूलाल तोसावडा,रामकुमार सिंह राठौड़, रमेश कुमार वर्मा, महावीर प्रसाद चिरानिया, महेश मिश्रा, शिव रतन मुरारका, सूर्य प्रकाश पीपलवा, चौथमल सोकरिया, रामलाल रोलन, लादूराम चौधरी, प्रेमपाल दुलड, रामदेव गढ़वाल, रामकृष्ण वैध, भोलाराम जाग्रत, भंवर लाल तोसावडा, पार्षद रवि दायमा, व्याख्याता व सामाजिक कार्यकर्ता सुमन वर्मा, सुरेश कुमार जांगिड़, मोहरू राम दायमा, दीनानाथ रूंथला, विश्वनाथ बागड़ी,, राम मोहन सेकसरिया, पंकज शाह, कृष्ण कुमार डीडवानिया, धर्मेंद्र गढ़वाल, लोक सेवा ज्ञान मंदिर के नरेश बागड़ी, भानु प्रताप छापोला, रमेश चंद्र विनोद जाखड़, संत कुमार सोनी, राजाराम सुरोलिया, हरिराम बागड़ी, सह संयोजक मुरली मनोहर चौबदार, सुभाष चोबदार, जगदीश जांगिड़, बाबूलाल शर्मा, श्रवण कुमार सांखला, महेश माहिच, सीताराम घोडेला, श्याम सिंह तंवर, सुहीत पाडिया, मुरारी लाल सैनी जगदीश प्रसाद दायमा, एडवोकेट तरुण मिन्तर, पार्षद प्रतिनिधि राकेश दायमा, श्याम ताली कीर्तन के विशाल पंडित, संजय बासोतिया, रतन लाल कुमावत, के एम त्रिपाठी, छतूसिंह राजावत सहित सैंकड़ों की संख्या में नगर के गणमान्य लोग उपस्थित थे।