बिहार से शूटर बुलाकर बहू ने कराया ससुर का मर्डर:तांत्रिक प्रेमी के साथ मिलकर रची साजिश; खर्चा नहीं देने से थी खफा, 3 गिरफ्तार
झुंझुनू पुलिस को मिली बड़ी सफलता, वारदात के पीछे निकली तांत्रिक की करतूत और अवैध संबंधो की दास्तान, आरोपी मानसिंह तांत्रिक विद्या प्राप्त करने के लिए श्मसान घाट पर अर्धजली हुई लाश का मांस खाता था ।

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
बुहाना : झुंझुनूं पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर दिया है। 1 अप्रैल को रिटायर्ड पोस्टमास्टर का शव घर में मिला था। पुलिस ने मौत की वजह की पड़ताल की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। रिटायर्ड पोस्टमास्टर का मर्डर उसी की बहू ने बिहार से शूटर बुलाकर कराया था। मामला झुंझुनूं जिले के पचेरी कलां थाना इलाके के भालोठ गांव का है। पुलिस ने शुक्रवार को सेवानिवृत कर्मचारी भानाराम के हत्या के आरोप में पुत्रवधू, उसके प्रेमी और प्रेमी के दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी राजर्षी वर्मा ने बताया- पचेरी कलां इलाके के भालोठ गांव में 1 अप्रैल सोमवार की सुबह 6 बजे पति भानाराम जाट (70) को पत्नी भतेरी देवी चाय देने गई। पति चारपाई पर लहूलहूलुहान पड़ा था। उसकी धारदार हथियार से हत्या की गई थी। भानाराम के पोते निखिल ने दावा किया कि दादा को कनपटी पर गोली मारी गई है। भानाराम रविवार रात खाना खाकर अपने कमरे में सोया था।
झुंझुनूं के पचेरी कलां थाना इलाके के भालोठ गांव में 76 साल के बुजुर्ग भानाराम की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. एक अप्रैल को भालोठ के रहने वाले रोहिताश्व जाट ने थाने में अपने पिता की हत्या का मामला दर्ज कराया था.
भानाराम पोस्टमास्टर के पद से साल 2014 में रिटायर्ड हुए थे। वे भालोठ गांव में रहकर खेती करते थे। उनका एक बेटा रोहिताश मजदूर है तो दूसरे बेटे राजेंद्र की मौत हो चुकी है। पुलिस ने इस मर्डर केस की जांच की तो शक बहू मंजू पत्नी रोहिताश की तरफ गया।

ससुर से 25 साल से थे अवैध संबंध
पुलिस जांच में सामने आया कि भानाराम की बहू मंजू के अपने ससुर भानाराम के साथ 25 साल से अवैध संबंध थे। मंजू की कुछ समय पहले हरियाणा के नारनौल निवासी मानसिंह उर्फ फौजी से जान-पहचान हो गई थी। मंजू ने पुलिस को बताया कि मानसिंह ने उसे तंत्र-मंत्र से वश में कर लिया था।
मंजू और मानसिंह के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। मंजू को मानसिंह ने बताया कि वह वाराणसी (यूपी) में मनका (मणिकर्णिका) घाट पर रहा है। उसका पालन पोषणा लाल बाबा ने किया है। उसने श्मशान घाट में आधे जले शवों का मांस खाकर तंत्र विधा प्राप्त की है। यह सिद्धी 62 दिन में प्राप्त होती है। वह जमीन में गड़ा धन निकाल सकता है।
मानसिंह की बातों में आकर मंजू ने उसे नारनौल में किराए का मकान दिला दिया। मंजू तीन-चार दिन में अपने प्रेमी मानसिंह के पास जाने लगी। मंजू को छोडने मानसिंह उसके ससुराल तक आने लगा।

ससुर को पता चला तो खर्चा देना बंद किया
मंजू और मानसिंह के अफेयर की भनक ससुर भानाराम को लग गई थी। उसने मंजू को खर्चा देना बंद कर दिया। मंजू ने ससुर को रास्ते से हटाने की साजिश रची। इसके लिए उसने प्रेमी मानसिंह को तैयार कर लिया। मानसिंह बिहार गया और वहां से तीसरे आरोपी जितेन्द्र उर्फ बिजेन्द्र सिंह निवासी चचार्ही (बिहार) से मिला। जितेंद्र ने मानसिंह को दो युवक मुहैया कराए। ये युवक अमित कुमार व छोटू थे। जिन्हें हथियार के साथ भलोठा (झुंझुनूं) बुलाया।
31 मार्च की रात अमित और छोटू भानाराम जाट के घर में घुसे और सोये हुए भानाराम के सिर में देसी कट्टे से गोली मारकर मर्डर कर दिया। वारदात के बाद दोनों फरार हो गए। एसपी राजर्षी वर्मा ने बताया- दोनों आरोपियों अमित और छोटू की तलाश की जा रही है।
मंजू का पति रोहिताश मजदूरी करता है। रोहिताश और मंजू के दो बेटे विपिन (25) और अभिषेक (22) हैं। दोनों कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं।
