टोंक : टोंक में बहीर ईदगाह में ईद की नमाज की तैयारियां की जा रही हैं। यहां 30 से 40 हजार लोग एक साथ ईद की नमाज अदा करते हैं। इसके लिए ईदगाह स्थल पर वुजू, छाया, पानी एवं सफाई की व्यवस्थाएं ईदगाह कमेटी कर रही है।
ईदगाह की व्यवस्थाओं का 40 साल से प्रबंधन कार्य कर रहे मौलवी सईद ने बताया- चांद दिखाई देने के बाद ईदगाह में ईद की नमाज सुबह पौने 9 बजे होगी। इसके लिए ईदगाह कमेटी द्वारा इंतजाम किए जा रहे हैं। ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि एक साथ 40 हजार लोग बिना किसी असुविधा के नमाज अदा कर सकें।
उल्लेखनीय है कि टोंक की बहीर ईदगाह राज्य की सबसे बड़ी ईदगाह में शुमार की जाती है। यहां पर 1806 से ही ईद की नमाज अदा की जा रही है। जानकार बताते हैं कि टोंक के प्रथम नवाब अमीरुद्दोला का कारवां टोंक के बहीर क्षेत्र में आकर ठहरा था।
उनका टोंक पर 1806 में ही कब्जा हो गया था। हालांकि वो विधिवत नवाब 1817 में बने। अंग्रेजों ने उनसे संधी करते हुए ये क्षेत्र उनके ही अधीन रहने दिया। बहरहाल राज्य की सबसे बड़ी ईदगाह में ईद की नमाज का जायजा मंगलवार को मौलवीं सईद साहब की मौजूदगी में ईदगाह कमेटी द्वारा लिया गया।
ईदगाह कमेटी के सचिव मोइनुद्दीन निजाम ने बताया- ईदगाह में ईद की नमाज मौलवी सईद साहब अदा कराएंगे। ईदगाह में वुजू के लिए 800 टोटियों का इंतजाम किया गया है। साथ ही छाया, पानी एवं सफाई की व्यवस्था की जा रही है।
ईद की नमाज के लिए समय से पूर्व आने पर जोर दिया गया। ताकि ईद की नमाज समय पर अदा की जा सके। इस मौके पर मुफ्ती आदिल नदवी, सैयद बरकात हसीन, पूर्व पार्षद सआदत अली, नईमुद्दीन अपोलो, मुशताक़ अहमद, मोहम्मद हबीब, नसीम भाई, असलम अंसारी मुन्ना भाई, हाफिज अंसार अहमद, अब्दुल हक मौजूद रहे।