अजमेर : सोशल मीडिया पोस्ट देखकर एक नाबालिग घर से चली गई। उसने पर्ची में लिखा- पुलिस बनकर आऊंगी… और अजमेर से जयपुर की बस में बैठ गई। घरवालों के ढूंढने पर नहीं मिली तो पुलिस में मामला दर्ज कराया गया। इसके बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने उसे जयपुर से ढूंढा और परिजनों को सौंप दिया।
पर्ची छोड़ गई- पुलिस बन कर आउंगी
एसपी देवेंद्र कुमार विश्नोई के अनुसार, नसीराबाद निवासी नाबालिग की मां ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी 16 साल की बेटी अपने चाचा के साथ अजमेर के घूघरा स्थित सरकारी स्कूल में एग्जाम देने के लिए आई थी। चाचा ने बेटी को गणेशजी के मंदिर भोपा का बाडा के पास बैठा कर के कुछ काम के लिए गए थे। थोड़ी देर बाद आए तो वह वहां नहीं मिली।
उसे घूघरा गांव सरकारी स्कूल में जाना था, लेकिन वहां भी नहीं पहुंची। आस-पास रिश्तेदारी में सभी जगह मालूम किया, लेकिन कोई पता नहीं चला। वह स्कूल ड्रेस पहनी हुई थी। उसके पास कोई फोन नहीं था। सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर तलाश शुरू की। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को खंगाला।
पुलिस ने मां से बात की तो मां ने बताया कि सोशल मीडिया से भ्रमित होकर पुलिस बनने के लिए वह एक हाथ से लिखी हुई पर्ची छोड़कर गई। जिसमें लिखा था कि सॉरी मम्मी मैं पुलिस बनकर ही आउंगी। इसके बाद पुलिस को रोडवेज बस स्टैंड के सीसीटीवी पर वह जयपुर जाने वाली यूपी रोडवेज बस में बैठती नजर आई। पुलिस ने इसके आधार पर रोडवेज बस स्टैंड जयपुर से उसे दस्तयाब किया।