जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
मुकुंदगढ़ : झुंझुनूं के मुकुंदगढ़ थाना इलाके के बलरिया रोड पर अंडरपास में होली की रात को कार में लगी आग और आग के कारण कार में बैठे युवक की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. अब सवाल यह उठ रहा है कि कार में जो व्यक्ति जिंदा जला था, वो फौजी विकास भास्कर था या फिर कोई और.
आज झुंझुनूं के मुकुंदगढ़ थाने में कंवरपुरा बालाजी क्षेत्र के रहने वाले महेश मेघवाल के परिजन और ग्रामीण पहुंचे, जिन्होंने दावा किया कि होली की रात को अंडरपास में जिस कार में आग लगी थी. उसमें विकास भास्कर नहीं, बल्कि महेश मेघवाल था. परिजनों ने बताया कि 24 मार्च को शाम साढ़े चार बजे महेश मेघवाल, विकास भास्कर के साथ दिखाई दिया था.
इसके बाद से महेश का फोन बंद है. दो दिनों तक महेश मेघवाल का परिजनों ने इंतजार किया. इसके बाद थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई लेकिन आज परिजन थाने पहुंचे और उन्होंने शक जताया कि कार में जो व्यक्ति जिंदा जला है. वो कोई और नहीं बल्कि महेश मेघवाल था, जिसके बाद पुलिस के सामने भी अजीब स्थिति बन गई है.
इस मामले में मुकुंदगढ़ एसएचओ ने बताया कि पहले विकास भास्कर के पिता रामकुमार और मां संतोष देवी के डीएनए सैंपल लेकर भिजवाए गए थे. वहीं, आज गायब महेश मेघवाल के पिता और बेटे के डीएनए सैंपल लेकर भिजवाए गए हैं. दोनों की रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि कार में जो व्यक्ति जिंदा जला था, वो महेश था या फिर विकास.
इधर, परिजनों के थाने पर आकर किए गए दावे के बाद पुलिस ने एक बार फिर कार का मुआयना किया तो पुलिस को आज एक जला हुआ मोबाइल भी कार में मिला है, जिसकी भी जांच की जा रही है. इस प्रकरण में अब नया मोड़ आने के बाद यह हादसा, एक वारदात और हत्या की वारदात जैसा प्रतीत होने लगा है. हालांकि पुलिस जांच में ही सारा मामला स्पष्ट हो पाएगा. यदि जिंदा जलने वाला महेश है तो विकास बड़ा सवाल यह भी है कि विकास कहां है?