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केमिकल फैक्ट्री में मरने वालों के शव खुले में पड़े:प्रशासन और परिवार में नहीं बनी सहमति, ग्रामीण नाराज; मौके पर पुलिस तैनात


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केमिकल फैक्ट्री में मरने वालों के शव खुले में पड़े:प्रशासन और परिवार में नहीं बनी सहमति, ग्रामीण नाराज; मौके पर पुलिस तैनात

केमिकल फैक्ट्री में मरने वालों के शव खुले में पड़े:प्रशासन और परिवार में नहीं बनी सहमति, ग्रामीण नाराज; मौके पर पुलिस तैनात

जयपुर : जयपुर के बस्सी में केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से जान गंवाने वाले 5 लोगों के शव मौके पर खुले में ही पड़े हैं। मृतकों के परिजनों ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, 1 करोड़ रुपए मुआवजा और फैक्ट्री के मालिक पर कार्रवाई करने की मांग की है और शव उठाने से इनकार कर दिया है। मांगों को लेकर पुलिस-प्रशासन से अब तक सहमति नहीं बन पाई है। ग्रामीणों ने बैनाड़ा श्रीजी रोड जाम कर दिया है।

फैक्ट्री में खुले में शव पड़े होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। गुस्साए ग्रामीण रात से 2 बार प्रशासन के आमने-सामने हो चुके हैं। इसको देखते हुए सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स मौके पर तैनात की गई है।

डीसीपी ईस्ट कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया कि केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जान गंवाने वाले हीरालाल गुर्जर, गोकुल हरीजन, कृष्ण गुर्जर, मनोहर गुर्जर बैनाड़ा गांव के रहने वाले हैं, जबकि बाबूलाल मीणा यहां पर सुपरवाइजर का काम किया करता था। एक अन्य मृतक की पहचान नहीं हो सकी हैं। वह मथुरा का निवासी बताया जा रहा है।

मृतकों के परिजनों का कहना है कि जब तक सरकार मृतकों के एक परिवार को सरकारी नौकरी, मुआवजा नहीं देती तब तक वह शवों को नहीं उठाएंगे। मृतकों के परिजनों से बात की जा रही है। जिला प्रशासन से भी अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन सहमति नहीं बन रही है।

हादसे के बाद गांव में नहीं जला चूल्हा
कैमिकल फैक्ट्री में हादसे में बैनाड़ा गांव के 4 लोगों की मौत होने के कारण गांव में चूल्हा नहीं जला है। गांव के ज्यादातर लोग रात से ही मौके पर हैं। सुबह से ग्रामीणों ने बैनाड़ा श्रीजी रोड जाम किया हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सरकार हर मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपए मुआवजा और एक सरकारी नौकरी नहीं देती है, तब तक वह न तो शव उठाएंगे और न ही रास्ता खोलेंगे।

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