देलसर मेले को लेकर नवलगढ़ प्रधान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने लगाया बड़ा आरोप
प्रशासन नेताओं की चाटुकारिता में लगा, भाजपा का दोगलापन आया सामने : प्रधान दिनेश सुंडा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार
नवलगढ़ : हर साल आयोजित होने वाला तोगड़ा कलां पंचायत के देलसर गांव में बाबा श्री श्याम का मेला प्रशासन की परमिशन के अभाव में इस बार पहले जैसी भव्यता के साथ शायद ही आयोजित हो। नवलगढ़ प्रधान और कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश सुंडा ने प्रशासन और भाजपा नेताओं पर नकारात्मकता का आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीणों ने आयोजन के लिए परमिशन मांगी थी। जिसे प्रशासन नहीं दे रहा है। बल्कि बार-बार जांच के नाम पर ग्रामीणों को डराया धमकाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राम और गाय के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपा के नेता इस बार देलसर के मेले का आयोजन भव्यता के साथ नहीं करने देना चाहते। यही कारण है कि प्रशासन इसकी परमिशन नहीं दे रहा है। उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा कि देलसर स्थित बाबा श्रीश्याम का मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। सैंकड़ों वर्ष पहले यहां पर खाटूश्यामजी से ही अखंड ज्योत आई थी। जो भी आज भी प्रज्जवलित है। वहीं नेत दादा भी हजारों लोगों की आस्था का केंद्र है। वहां भी होली पर हर साल मेला भरता है। जिस पर भी प्रशासन नकारात्मकता दिखा रहा है। हमने कुछ सालों में इस मेले को भव्यता देने के लिए काफी काम किया।
इस मेले में राजीविका मिशन की महिलाओं के उत्पादों की स्टॉल लगाई। सरकारी योजनाओं की स्टॉल के अलावा कृषि यंत्रों की स्टॉलें लगाई। जिसके बाद ना केवल स्थानीय लोगों को आर्थिक फायदा हुआ। बल्कि आस्था के साथ मनोरंजन और आवश्यक चीजें खरीदने के लिए मेले का सभी को इंतजार रहता है। लेकिन इस बार सभी रिपोर्ट पॉजीटिव होने के बावजूद प्रशासन मेले के आयोजन की अनुमति नहीं दे रहा। उलटे बार-बार जांच करवाकर ग्रामीणों को डरा कर निगेटिव रिपोर्ट तैयार करने की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपाइयों का दोहरा चरित्र यहां सामने आ रहा है। लेकिन आस्था को कोई रोक नहीं सकता। मेले में सालों से आ रहे लोग आएंगे। बस प्रशासन यदि अपना सकारात्मक रवैया दिखा दें तो मेला पूरी भव्यता के साथ आयोजित हो जाए।