सीकर-खाटूश्यामजी : राजस्थान के सीकर जिले के खाटूश्यामजी में दिवाली पर काल ने ऐसी कुचाल रची कि एक गरीब के घर से ‘लक्ष्मी’ जाने के साथ उसका कुल दीपक भी बुझ गया। पहले दिन बहन और फिर अगले दिन भाई की मौत ने जिंदगीभर ना भूलने वाला गम दे दिया। परिवार पहले से तंगहाली से जूझ रहा था। अब दो मासूम मौतों ने घर पर दुखों का पहाड़ गिरा दिया। परिवार में इकलौती बची बेटी और मां- बाप को अब रो- रोकर बुरा हाल है। जिन्हें देखकर ही हर किसी की आंखों में नमी उतर रही है।
दरअसल दोनों भाई बहनों दक्ष व हिना की जान एक तेज रफ्तार ने ट्रोले ने ले ली। खाटूश्यामजी थानाधिकारी सुभाष चंद के अनुसार खाटूश्यामजी की भव्य रेजिडेंसी निवासी मनोज गोयल की बेटी हिना उर्फ रवीना और बेटो दक्ष शनिवार रात को सब्जी लेने के लिए घर से अस्पताल चौराहे की ओर बाइक पर सवार होकर निकले थे। इसी दौरान पशु चिकित्सालय के सामने रींगस की ओर से आ रहे एक ट्रोले ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में 16 वर्षीय हिना की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं 14 वर्षीय दक्ष गंभीर रूप से घायल हो गया। जिन्हें नजदीकी लोगों की मदद से सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। यहां मृत घोषित करने के बाद हिना के शव को मोर्चरी में रखवाया गया। जबकि प्राथमिक उपचार के बाद दक्ष को जयपुर रेफर कर दिया गया। जहां रविवार को उपचार के दौरान दक्ष ने भी दम तोड़ दिया। घटना के बाद बीती देर शाम दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ।
जानकारी के अनुसार मूल रूप से हरियाणा निवासी मृतकों के परिवार की माली हालत भी बेहद खराब है। दिव्यांग मनोज गोयल पहले एक दुकान पर मुनीम का काम करता था। कोरोना की वजह से नौकरी जाने पर उसने घर में ही टिफिन सेंटर का संचालन शुरू किया था। खराब आर्थिक हालातों में वह जैसे- तैसे परिवार पाल रहा था कि तभी कुदरत ने फिर अपने कहर की चपेट में ले लिया।
हादसा शनिवार रात करीब 9.30 बजे हुआ। जिसके बाद ट्रोला चालक तुरंत मौके से फरार हो गया। जिसे थानाधिकारी सुभाष चंद ने बाइक से पीछाकर पकड़ा। ट्रोले को जब्त करने के साथ पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच जारी है।