पेपर लीक में पकड़े गए एसआई की डिग्रियां भी फर्जी:जयपुर में सभी से खुद के 32 हस्ताक्षर करवाए, साथ में पैराग्राफ लिखवाया जा रहा
पेपर लीक में पकड़े गए एसआई की डिग्रियां भी फर्जी:जयपुर में सभी से खुद के 32 हस्ताक्षर करवाए, साथ में पैराग्राफ लिखवाया जा रहा

जयपुर : एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में 23 चयनित एसआई की शैक्षणिक डिग्रियां भी फर्जी होने की आशंका है। जयपुर में एसओजी ने गिरफ्तार किए गए 14 एसआई के शैक्षणिक दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच की तो डिग्रियों के रिकॉर्ड में हेरफेर होना पाया है। ऐसे में एसओजी ने 40 एसआई को चिह्नित किया, इनमें से 23 एसआई की डिग्रियां फर्जी मिली हैं। अब एसओजी अन्य दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। वहीं एफएसएल की टीम शुक्रवार को भी गिरफ्तार 14 एसआई के हस्ताक्षर व हैंड राइटिंग के नमूने लेने में जुटी रही।
जयपुर में जांच के दौरान सभी से खुद के 32 हस्ताक्षर करवाने के साथ पैराग्राफ लिखवाया जा रहा है। एडीजी वीके सिंह ने बताया कि ओएमआर सीट, परीक्षा में उपस्थित रजिस्टर, फॉर्म पर किए गए हस्ताक्षरों की जांच के लिए हस्ताक्षर के साथ अन्य हैंड राइटिंग के नमूने ले रहे हैं।

2010 की भर्ती में जगदीश के साथ 3 गैंग ने की भी धांधली
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा मई 2011 में अयोजित की गई एसआई भर्ती परीक्षा 2010 में भी जगदीश विश्नोई की गैंग ने नकल करवाकर धांधली की थी। तब प्लाटून कमांडर सहित कुल 572 पदों पर परीक्षा हुई थी। जिसमें से 370 का एसआई पर चयन किया था। उनमें से चयनित 138 एसआई पर सवाल उठे थे। जगदीश गैंग का हाथ होना सामने आने के बाद एसओजी ने 2014 में जगदीश को गिरफ्तार किया था। इसमें जगदीश से पूछताछ में पता चला कि बीकानेर संभाग में बीकानेर निवासी पौरव और तुलछाराम, जोधपुर संभाग में खुद जगदीश व जालौर निवासी विष्णुराम और जयपुर: क्षेत्र में दौसा निवासी चंद्रकात मीणा ने नकल गैंग बना रखी थी जो ब्लूटूथ से नकल करवाने में सक्रिय थे।
2014 में गिरफ्तारी के बाद भी इस गिरोह पर बड़ा एक्शन नहीं
2014 में एसओजी की गिरफ्तारी के समय जगदीश गिरोह से नकल करवाने के उपयोग में लिए गए संसाधन मिले थे। उस समय भी एसओजी ने जगदीश पर कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया था। इसके बाद जगदीश ने नकल का तरीका बदल कर व्हाट्सएप के माध्यम से अपनी गैंग के साथ पेपर लीक करना शुरू कर दिया था। उसे इसका फायदा मिला और 2018 के बाद उसने अपने नाम की सिम व मोबाइल फोन का उपयोग ही नहीं किया।