यमुना के पानी के लिए ग्रामीणों का धरना जारी:बोले- शेखावाटी के लिए वरदान साबित हो सकता है
यमुना के पानी के लिए ग्रामीणों का धरना जारी:बोले- शेखावाटी के लिए वरदान साबित हो सकता है

जनमानस शेखावाटी ब्यूरो चीफ : आज़ाद अहमद खान
खेतड़ी : खेतड़ी उपखंड के लोयल गांव में सोमवार को यमुना नहर के पानी को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान संघर्ष समिति के लोगों की ओर से पिछले 13 दिन से पुरानी डीपीआर की मंजूरी की मांग को लेकर धरना भी दिया जा रहा है।
हवलदार सुरेंद्र काजला ने बताया कि शेखावाटी में पेयजल की समस्या को लेकर पिछले काफी समय से यमुना नहर के पानी की मांग की जा रही है। नहर के पानी को लेकर दोनों प्रदेशों की सरकार के बीच पूर्व में भी समझौते हुए थे, लेकिन वर्तमान दोनों प्रदेशों की सरकार की ओर से पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाने की सहमति दी गई है, जिससे शेखावाटी अंचल को पूरा पानी नहीं मिल पाएगा।
उन्होंने बताया कि शेखावाटी के तीनों जिलों में पेयजल का जल स्तर गिर जाने से लोगों के सामने पानी की बड़ी समस्या उभर कर सामने आ रही है यदि दोनों प्रदेशों की सरकार नियम अनुसार समझौता कर शेखावाटी के लिए पानी का प्रबंध करें तो यह लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है। यमुना जल समझौता 1994 को लागू करने, 2019 में बनी 6 पाइपलाइन से झुंझुनूं जिले की खेतङी व उदयपुरवाटी तहसील सहित व राजगढ तहसील (चुरू) के लिए 31000 करोड़ रुपए की बनी सिंचाई व पीने के पानी की डीपीआर को मंजूरी देने मांग की जा रही है। भारतीय किसान महासभा की ओर से पेयजल को लेकर भविष्य में क्षेत्रफल बढ़ाने
पर ज्यादा पाइपलाइन की सिंचाई व पीने के पानी की डीपीआर बनाने की मांग की जा रही है। दोनों प्रदेशों की सरकारों की ओर से आमजन के हितों को लेकर बेहतर कदम उठाए जाने चाहिए। इस दौरान दोनों प्रदेशों की सरकारों के बीच हुए समझौते लागू करने की मांग की गई।
इस मौके पर सूबेदार शेर सिंह, हवलदार रोहताश काजला, ओमप्रकाश काजला, रोहतास, विनोद कुमार, सुनील, दिलीप सिंह, राजेंद्र शर्मा, सुरेश मेघवाल, घीसाराम योगी, बुधराम योगी, राजेश योगी, गोकुलचंद सेन, राजेश कुमार सहित अनेक लोग मौजूद थे।