क्रान्तिकारी किसान यूनियन ने आज का दिन को “डब्लूटीओ छोड़ो” को धरना स्थल पर दिवस के रूप मनाया
क्रान्तिकारी किसान यूनियन ने आज का दिन को "डब्लूटीओ छोड़ो" को धरना स्थल पर दिवस के रूप मनाया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : क्रान्तिकारी किसान यूनियन संबंधित संयुक्त किसान मोर्चा संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर क्रान्तिकारी किसान यूनियन व अन्य जनवादी संगठनों से जुड़े किसानों ने आज का दिन “डब्लूटीओ छोड़ो” दिवस के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मपाल सिंह चिड़ावा की अध्यक्षता में जिला कलेक्टर झुंझुनूं के सामने धरना स्थल पर मनाया गया।
इस अवसर पर भाजपा सरकार डब्ल्यू टी ओ से बाहर आओ, किसान आंदोलन पर दमन बंद करो, किसान मजदूर एकता जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद, मोदी -खटर सरकार मुर्दाबाद, जन आंदोलनों पर दमन बंद करो, एमएसपी पर खरीद की कानूनी गारंटी दो, किसानों किए वायदों को पूरा करो आदि नारे लगाकर विरोध प्रकट कर रहे थे। भारत सरकार की कारपोरेट समर्थक तथा किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारे लगाए। वक्ताओं ने केन्द्र सरकार से खेती को विश्व व्यापार संगठन से बाहर निकलने की मांग की गई। विश्व व्यापार संगठन कृषि क्षेत्र में मिलने वाली सब्सिडीयो, एमएसपी और जन वितरण प्रणाली को समाप्त करने तथा आयात की जाने वाली फसलों, दूध और फलों पर आयात शुल्क को समाप्त करने का पक्षधर है अर्थात एमएसपी, सरकारी खरीद तथा राशन प्रणाली पर पाबंदी लगाने का भारत सरकार पर दबाव बना रहा है। इसलिए हम किसानों की मांग है कि भारत सरकार को विश्व व्यापार संगठन से बाहर आना चाहिए।
मुक्त व्यापार समझौते से फसलों के दाम पिट जाएंगे तथा दूध कौड़ियों के भाव बिकने लगेगा, जिससे देश के करोड़ों किसान, खेत मजदूर तथा पशुपालक कर्ज के जाल में फंस जाएंगे। उनकी लागत तो वहीं रहेगी, परन्तु फसलों और दूध के दाम बहुत नीचे आ जाएंगे, कुल मिलाकर खेती में घाटा और बढ़ जाएगा। राशन प्रणाली खत्म होने से देश की आधी जनसंख्या बाजार के हवाले हो जाएगी और भयंकर महंगाई का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा वक्ताओं ने कहा कि यमुना नहर के पानी के मुद्दे पर जिले की जनता को गुमराह करके सस्ती लोकप्रियता हासिल कर लोकसभा चुनाव में फायदा उठाना चाहते हैं। यमुना जल हमारा हक है, नई डीपीआर तैयार कर प्रथम चरण में केवल पूरे शेखावाटी को पीने के पानी ही उपलब्ध कराने की बात कही जा रही है, जबकि जिले व राजगढ़ तहसील को सिंचाई एवं पीने का पूरा पानी समझौते के अनुसार पुरानी डीपीआर के अनुसार पुरा पानी दिया जाना चाहिए, जबकि ऐसा नहीं करके जिले की जनता के अधिकारों पर कुठाराघात किया जा रहा है जिसका जिले की जनता विरोध करेगी।
वक्ताओं में क्रान्तिकारी किसान यूनियन के संयोजक पोकरसिह झाझडिया, करणी राम, महताब सिंह चौधरी, अशोक मांजू,रामनिवास बेनिवाल, धर्मपाल एडवोकेट, नरेश खटाना, शीशराम खीचड़, मोहनलाल कै, हरिराम शिथल, फूलचंद बुडानिया, सहदेव कस्वा, पितराम कालेर, नागर मल पूर्व सरपंच, कपिल आर्य, लीलाधर प्रमुख थे। इसके अलावा रणजीत सिंह एडवोकेट, प्यारेलाल झाझडिया,बाबुलालजी थालोर, ओंकार मल कुलहरी, लेखराम कालेर, उम्मेदसिंह कृष्णिया, रणधीर सिंह झाझडिया, बचनसिंह मीणा, धर्म पाल सिंह डारा, दयानंद, श्रीचंद कालेर, श्याम लाल कालेर, त्रिलोक सिंह, रामप्रताप, रामनिवास नूनिया, जगपाल राजहरिया, श्याम सिंह मील, रोहिताश, घासी राम सोऊ, युनूस अली भाटी, मोहरसिंह, प्रहलाद कुलहरी, श्रीराम, परभातराम, रामकुमार एवं पूर्णमल के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। सभा का संचालन शहीद भगतसिंह विचार मंच झुंझुनूं के संयोजक बजरंग लाल एडवोकेट ने किया।