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शिक्षक ले रहे प्रशिक्षण, परीक्षा के बीच प्रभावित हो रहा शिक्षण


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शिक्षक ले रहे प्रशिक्षण, परीक्षा के बीच प्रभावित हो रहा शिक्षण

सीकर. परीक्षा के समय शिक्षकों के प्रशिक्षण सरकारी स्कूल के बच्चों की दोहरी परीक्षा ले रहे हैं। चार अलग- अलग प्रशिक्षणों में लगे 10 हजार से ज्यादा शिक्षकों की वजह से स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है।

सीकर : परीक्षा के समय शिक्षकों के प्रशिक्षण सरकारी स्कूल के बच्चों की दोहरी परीक्षा ले रहे हैं। चार अलग- अलग प्रशिक्षणों में लगे 10 हजार से ज्यादा शिक्षकों की वजह से स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है। आलम ये है कि प्रशिक्षण के चलते कई स्कूलों में तो 20 फीसदी स्टाफ भी नहीं बच रहा। ऐसे में पढ़ाई के सबसे अहम समय में बच्चों के लिए पढऩा ही सबसे बड़ी परेशानी का सबब बन गया है।

चार प्रशिक्षणों में लगे शिक्षक
परीक्षा के बीच शिक्षक चार अलग- अलग प्रशिक्षण ले रहे हैं। इनमें लोकसभा चुनाव व बोर्ड परीक्षा के अलावा कटराथल में आयोजित स्काउट गाइड का स्काउट मास्टर, गाइड कैप्टन, प्लॉक लीडर व कम मास्टर बेसिक कोर्स प्रशिक्षण व समसा का एसबीए प्रशिक्षण शामिल है। इनमें करीब सात हजार से ज्यादा शिक्षक चुनावी, एल-2 के 3291 शिक्षक एसबीए व करीब सवा सौ शिक्षक मंगलवार से शुरू हुए सात दिवसीय प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किए गए हैं।

केस: एक
राउमावि कुड़ली में 16 शिक्षक है। चुनाव, समसा व स्काउट गाइड के प्रशिक्षण के चलते 22 फरवरी को स्कूल में महज तीन ही शिक्षक पढ़ाने के लिए उपलब्ध बचेंगे।

केस: 2
शहीद सरफुद्दीन राउमावि पिपराली में 25 शिक्षक नियुक्त है। विभिन्न प्रशिक्षणों के चलते यहां भी आठ शिक्षक ही शिक्षण के लिए उपलब्ध रहेंगे।

स्काउट व समसा प्रशिक्षण का विरोध
परीक्षा के बीच शिक्षकों ने स्काउट गाइड व समसा के प्रशिक्षणों का विरोध किया है। शिक्षक संगठनों का कहना है कि चुनावी व बोर्ड परीक्षा के प्रशिक्षण है, लेकिन स्काउट गाइड व समसा का प्रशिक्षण केवल बजट खपाने के लिए है। जिन्हेें बेवजह परीक्षा काल में करवाकर बच्चों के साथ अन्याय किया जा रहा है।

इनका कहना है:
समसा का एसबीए प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू हुआ है। इसमें 3291 शिक्षक ब्लॉकवार प्रशिक्षण लेंगे।
विक्रम सिंह शेखावत, एपीसी, समसा।

बोर्ड और स्थानीय परीक्षाएं बिल्कुल नज़दीक है। ऐसी स्थिति में बड़ी संख्या में शिक्षकों को प्रशिक्षणों में लगाना सार्वजनिक शिक्षा को कमजोर करना है। निर्वाचन के अलावा इस वक्त प्रशिक्षण का कोई औचित्य नहीं है।
विनोद पूनियां जिलाध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ ( शेखावत)

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