चूरू : पद्मभूषण देवेंद्र झाझड़िया ने शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित राजकीय बागला बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की ओर से चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के पांचवें दिन बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और बालिकाओं के साथ संवाद कर उन्हें अपने जीवन तथा दिनचर्या को बेहतर बनाने के टिप्स दिए।
इस मौके पर झाझड़िया ने कहा कि बचपन और विद्यार्थी काल किसी भी व्यक्ति के जीवन का स्वर्ण काल होता है। बालिकाएं इस स्वर्ण काल को बहुत अच्छे से जीएं, समाज व राष्ट्र सेवा के संस्कार के साथ इतनी मेहनत करें कि उनका जीवन और सफलताएं लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाएं। उन्होंने कहा कि बैड टी से दूरी बनाएं, फास्ट फूड को नियमित आहार का हिस्सा नहीं बनाएं और स्थानीय अनाज व फलों को अपने भोजन में स्थान दें। उन्होंने कहा कि हमारे यहां का बाजरा, मोठ, मूंग और चना सबसे बेहतरीन और पौष्टिक आहार हैं। उन्होंने कहा कि अपने माता-पिता, अभिभावकों को अपना मित्र बनाएं और अपनी मुश्किलें, अपने सपने उनसे साझा करें। उन्होंने कहा कि जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाकर हम अपने जीवन में महान उद्देश्यों की पूर्ति कर सकते हैं। इस दौरान उन्होंने अपने खेल जीवन से जुड़े संस्मरण साझा किए और बच्चों से कहा कि वे अपना एक लक्ष्य निर्धारित करें और कड़ी मेहनत कर अपना मुकाम बनाएं।
विशिष्ट अतिथि कुमार अजय ने कहा कि हमारी सामाजिक व्यवस्था में बेटियों पर दोहरी जिम्मेदारी रहती है लेकिन कुदरत ने बेटियों को इस जिम्मेदारी का निर्वहन करने में सक्षम बनाया है। उन्होंने कहा कि जब भी किसी परीक्षा का परिणाम आता है, तो बेटियों का अग्रणी होना मीडिया हैडलाइन बनता है। बेटियों ने तमाम चुनौतियों में खुद को खरा साबित किया है लेकिन इसके बावजूद हर किसी को अपने जीवन का युद्ध स्वयं लड़ना होता है। इसलिए बेटियां मेहनत करें और पूरे आत्मविश्वास के साथ अपना कैरियर बनाएं।
प्राचार्य अमर सिंह कस्वां ने एनएसएस शिविर की गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि झाझड़िया ने एक छोटी सी शुरुआत के बावजूद पूरी दुनिया के चूरू के नाम को गौरवान्वित किया है, एकाग्रता के साथ की गई कड़ी मेहनत से ही यह संभव हुआ है। एनएसएस प्रभारी पूनम चोटिया, प्यारेलाल, ओमप्रकाश, विजेंद्रकुमार, शशि शक्तावत, अंबिका, सावित्री मीणा, सरिता मीणा, रूखसाना, मीनाक्षि, तारा, प्रियंका, संतोष, रश्मि, रमा शर्मा, नेहा ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन कृष्ण कुमार सैनी ने किया।