3 हजार से अधिक स्कूलों में किया सूर्य नमस्कार:एक साथ 5 लाख से अधिक लोग हुए शामिल, बच्चों को फायदे बताए
3 हजार से अधिक स्कूलों में किया सूर्य नमस्कार:एक साथ 5 लाख से अधिक लोग हुए शामिल, बच्चों को फायदे बताए

झुंझुनूं : झुंझुनूं की सभी स्कूलों में आज सूर्य नमस्कार हुआ। जिले की करीब 3 हजार स्कूलों में प्रार्थना सभा में कार्यक्रम हुआ। सुबह 10.30 से 10.45 तक विद्यार्थी, शिक्षक व अभिभावक समेत पांच लाख से अधिक लोगों ने एक साथ सूर्य नमस्कार किया।
इस दौरान सूर्य नमस्कार की निर्धारित सभी 12 मुद्राएं करवाई गई। सूर्य नमस्कार के दौरान छात्र ड्रेस कोड में नजर आए। छात्राएं सलवार सूट या ट्रैक सूट में तथा छात्र पेंट शर्ट या ट्रैक सूट में कार्यक्रम में शामिल हुए।
प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी मनोज ढाका ने बताया कि आज जिलेभर की सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में सूर्य नमस्कार का कार्यक्रम हुआ है। 5 लाख से अधिक विद्यार्थी व अभिभावकों के शामिल होने का अनुमान है।
सही आंकड़ा शाला दर्पण पर अपलोड होगा। दोपहर तक सही आंकड़ा आ जाएगा। उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार को लेकर लोगों मे कई तरह की भ्रांतियां थीं। लेकिन वो आज दूर हो गईं। सभी ने उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।
ढाका ने बताया कि सूर्य की उत्पति लगभग 4.60 अरब वर्ष पूर्व हुई थी। क्योंकि सूर्य के कारण जलवायु परिवर्तन होता है। इसके कारण धरती पर जीव जंतु की उत्पत्ति और प्रोग्रेस होती है। अगर सूर्य नहीं होता तो जीवन संभव नही होता।
ये लाभ बताए
इस दौरान विद्यार्थियों को सूर्य नमस्कार से जुडे़ लाभ बताए गए। उन्हें बताया कि सूर्य नमस्कार से मस्तिष्क में शुद्ध ऑक्सीजन पहुंचती है। जिससे अभ्यासी शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से सतर्क, तथा भावनात्मक रूप से संतुलित रहते हैं। बढ़ते बच्चों में बचपन तथा किशोरावस्था की बीच की अवधि को संतुलित बनाने में मदद मिलती है। अंत स्त्रावी, परिसंचरण, श्वसन तथा पाचन तंत्र सक्रिय रहता है। मेरुदंड और कमर में लचीलापन, भुजाओं और कमर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। पाचन को संतुलित तथा पेट के आस-पास की चर्बी को कम कर वजन को संतुलित करता है।