Khwaja Garib Nawaz: अल्लाह के सजदे में झुके हजारों सिर, जायरीनों ने अदा की जुम्मे की नमाज

अजमेर : ख्वाजा गरीब नवाज के 812वें सालाना उर्स के मुबारक मौके पर शुक्रवार को जुम्मे की बड़ी नमाज अदा की गई, जिसमें हजारों की तादाद में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए अकीदतमंदों ने नमाज अदा की। बड़े पीर से तोप की आवाज दागने के बाद अल्लाह के सजदे में एक साथ झुके हजारों सिर, मौका था गरीब नवाज के सालाना उर्स के जुम्मे का। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए जायरीनों ने जुम्मे की नमाज अदा की। उर्स में आने वाले हर जायरीन की दिली ख्वाहिश होती है कि वह दरगाह परिसर में नमाज अदा करें। ऐसे में शुक्रवार सुबह से ही जायरीने ख्वाजा ने जुम्मे की नमाज के लिए दरगाह शरीफ में बैठना शुरू कर दिया। यह क्रम शाहजानी मस्जिद से शुरू होकर अन्दरुनी दरगाह शरीफ में होते हुए दरगाह शरीफ के बाहर तक पहुंच गया।
नमाजियों की कतारें दरगाह बाजार तक लग गई, दरगाह बाजार से नला बाजार, कमानीगेट, धानमंडी, देहली गेट के बाहर तक नमाजी सफों में बैठे नजर आए। पूरे मेला क्षेत्र में नमाजियों का एक हुजूम सा नजर आ रहा था। दोपहर एक बजे बड़े पीर साहब की पहाड़ी से पहली तोप दागने के साथ ही सफों में बैठे नमाजियों ने सुन्नतें पढ़ना शुरू की। डेढ़ बजे दूसरी तोप की आवाज के साथ शहर काजी हाजी ने कुतबा पढ़ा, पौने दो बजे तीसरी तोप की आवाज के साथ ही शहर काजी ने जुम्मे की नमाज की 2 रकअत नमाज अदा कराई। नमाज शहर काजी ने मुल्क में अमन चैन व आपसी भाईचारे के लिए दुआ मांगी। दरगाह शरीफ के अलावा जायरीनों के लिए स्थापित कायड़ विश्राम स्थली पर भी भारी तादाद में जायरीनों ने जुम्मे की नमाज अदा की।
इसके अतिरिक्त ऐतिहासिक अढ़ाई दिन के झौपड़े की जामा-ए-अल्लमश की मस्जिद, दरगाह की शाहजहानी मस्जिद, अकबरी मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में भी नमाज अदा की गई, नमाजियों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने माकूल व्यवस्थाएं की थी।