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सर्वदलीय बैठक में पर्ची व्यवस्था फिर लागू करने का सुझाव:आज से शुरू हो रही विधानसभा, नेता प्रतिपक्ष बोले- सदन की बातों को गंभीरता से ले सरकार


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सर्वदलीय बैठक में पर्ची व्यवस्था फिर लागू करने का सुझाव:आज से शुरू हो रही विधानसभा, नेता प्रतिपक्ष बोले- सदन की बातों को गंभीरता से ले सरकार

सर्वदलीय बैठक में पर्ची व्यवस्था फिर लागू करने का सुझाव:आज से शुरू हो रही विधानसभा, नेता प्रतिपक्ष बोले- सदन की बातों को गंभीरता से ले सरकार

जयपुर : विधानसभा में गुरुवार को सर्वदलीय मीटिंग बुलाई गई। इसमें पहले से चल रही पर्ची पर बोलने की व्यवस्था को फिर से लागू किए जाने, समितियों की रिपोर्ट पर बहस कराए जाने, महत्वपूर्ण मुद्दों को शून्यकाल से पहले अध्यक्ष के ध्यान में लाने और अधिकारियों की उपस्थिति को सुनिश्चित किए जाने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव आए।

सीएम भजनलाल शर्मा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, बसपा के मनोज कुमार और रालोद के डॉ. सुभाष गर्ग भी बैठक में मौजूद थे। वहीं, आरएलपी के हनुमान बेनीवाल बैठक में नहीं पहुंचे। दरअसल, सोलहवीं विधानसभा के प्रथम सत्र की बैठकें शुक्रवार से शुरू होने जा रही हैं। इसलिए यह मीटिंग बुलाई गई थी।

सभी सदस्यों को मिलेगा बोलने का मौका : देवनानी
सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए देवनानी ने कहा कि सदन में सार्थक चर्चा होनी चाहिए। सभी सदस्यों को बोलने का मौका मिलेगा। विधानसभा का सदन अधिक से अधिक दिन चले इसके लिए सभी दलों के सभी सदस्यों को सकारात्मक सोच रखनी होगी। राज्यपाल के अभिभाषण को सभी सदस्यों को शान्तिपूर्वक सुनने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने आग्रह किया। जनहित के मुद्दों पर बहस के लिए आवश्यकता होने पर सदन देर तक भी चलाया जाएगा।

सभी सदस्यों की भावना एक समान : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सदन में अपनी-अपनी बात रखने के लिए पक्ष व प्रतिपक्ष के सभी सदस्यों की भावना एक समान होती है। सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका मिले।

सदन चलाने की जिम्मेदारी प्रतिपक्ष की भी : जूली
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सदन में रखी बातों को सरकार गंभीरता से ले और प्रश्नों के जवाब अगले सत्र से पहले जरूर प्रस्तुत कराएं। सदन चलाने की जिम्मेदारी पक्ष के साथ प्रतिपक्ष की भी है।

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