सीएम शर्मा की चादर दरगाह में की गई पेश, कल स्पेशल ट्रेन से अजमेर पहुंचेगा पाकिस्तानी जत्था
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हमीद खान मेवाती ने अजमेर दरगाह में जियारत कर सीएम भजनलाल शर्मा की चादर और अकीदत के फूल पेश किए। मेवाती ने दरगाह के बुलंद दरवाजे पर सीएम शर्मा की ओर से भेजा गया संदेश भी पढ़कर सुनाया।

अजमेर दरगाह : अजमेर में चल रहे ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वें उर्स के मौके पर हजारों जायरीन जियारत करने के लिए अजमेर पहुंच रहे हैं। वहीं, नेताओं की ओर से दरगाह में चादर चढ़ाने का सिलसिला भी जारी है। रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई।
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हमीद खान मेवाती ने दरगाह में जियारत कर सीएम की चादर और अकीदत के फूल पेश किए। चादर पेश करने के बाद मेवाती ने दरगाह के बुलंद दरवाजे पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से भेजा गया संदेश जायरीनों को पढ़कर सुनाया।
सीएम भजनलाल शर्मा ने दिया यह संदेश
हजरत ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के 812वें वार्षिक उर्स के मौके पर मैं ख्वाजा साहब के सभी अनुयायियों को मुबारकबाद पेश करता हूं। ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पूरे विश्व में अमन-चैन, भाईचारा, भारत की गंगा-जमुना तहजीब और सूफी संत परंपरा का प्रतीक है। ख्वाजा साहब की दरगाह पर चादर भेजे की मुझे बेहद खुशी हैं। इस पावन अवसर पर मैं ख्वाजा साहब से राजस्थान की तरक्की और खुशहाली की कामना करता हूं। हिन्दुस्तान की सरजमीं को हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती गरीब नवाज जैसे ओलियाओं ने हमेशा खिदमत और रुहानी तालीमात से दुनिया को फैजयाब किया है। गरीब नवाज ने समाज के कमजोर, गरीब और बेसहारा लोगों की खिदमत करने, एक-दूसरे के साथ आपसी भाईचारा कायम रखने, मुल्क की बेहबूदी और परवरदिगार की इबादत करने पर जोर दिया।
कल स्पेशल ट्रेन से पहुंचेगा पाकिस्तानी जत्था
भारत-पाकिस्तान धार्मिक यात्रा समझौता के तहत मंगलवार सुबह स्पेशल ट्रेन से पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था अजमेर रेलवे स्टेशन पहुंचेगा। जहां से उन्हें सुरक्षा बंदोबस्त के बीच बसों में बैठाकर अजमेर के नया बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में छोड़ा जाएगा। यहां उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। पाकिस्तानी जायरीनों की सुरक्षा को लेकर तमाम सुरक्षा एजेंसिया मुस्तैद है। बता दें कि पाकिस्तानियों के जत्थे को सिर्फ अजमेर में दरगाह जियारत की अनुमति मिलती है। उन्हें सिर्फ अजमेर नगर निगम की सीमा में ही घूमने की छूट होती है। उनकी सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाता है।