टोंक : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आज डिग्गी क्षेत्र के सीतारामपुरा सरपंच प्रदीप शर्मा और दलाल को एक लाख 80 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। यह राशि एक साल पहले पंचायत में करवाए गए विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए सप्लाई की गई सामग्री में करीब साढ़े छत्तीस लाख रुपयों का बिल पास करवाने के बदली ली थी। दोनों आरोपियों को ACB ने शाम को मालपुरा पंचायत समिति के सामने रोड पर फरियादी की कार से ही रिश्वत लेने के बाद दबोचा। दोनों आरोपियों को ACB के एडिशनल एसपी राजेश आर्य ने डिग्गी थाने ले जाकर आगे की कार्रवाई की। सरपंच और दलाल के आवास और अन्य ठिकानों पर भी सर्चिंग की जा रही है।
ACB टोंक के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश आर्य ने बताया कि 5 जनवरी को फरियादी ने एसीबी टोंक को शिकायत की थी कि मेरी फर्म बालाजी ट्रेडर्स द्वारा ग्राम पंचायत सीतारामपुरा में वर्ष 2022-2023 में मैटीरियल सप्लाई किया था। इसके पेंडिंग बिलों, टीडीएस व जीएसटी के रिफंड बिलों को पास करने तथा पूर्व में पास किए गए साढ़े छत्तीस लाख रुपयों के बिलों के कमिशन के रूप में सीतारामपुरा सरपंच प्रदीप शर्मा ने दो लाख रुपये रिश्वत मांगी। इसको लेकर सरपंच और दलाल रामनरेश सैनी द्वारा परेशान किया जा रहा था।
इस मामले में दोनों पक्ष में एक लाख 80 हजार में सहमति बनी, लेकिन फरियादी ने सरपंच और दलाल को रंगे हाथों गिरफ्तार करवाने के लिए ACB में शिकायत की। इसका ACB ने 6 जनवरी को सत्यापन किया। सत्यापन में शिकायत सही पाई गई। फिर आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार करने के लिए ACB की टीम ने प्लान बनाया। इसके तहत फरियादी को एक लाख 80 हजार रुपयों पर केमिकल लगाकर सरपंच और दलाल को देने भेजा। फरियादी ने सरपंच को मालपुरा पंचायत समिति के सामने बुला लिया। बाद में सरपंच और दलाल फरियादी की कार के पास पहुंच गए।
फरियादी ने उन्हें कार में बैठा लिया और रिश्वत की राशि दे दी। उसके बाद उसने सरपंच और दलाल को बातों में उलझाए रखा और इधर-उधर छुपी ACB टीम की ओर कार की खिड़की से हाथ निकाल कर इशारा कर दिया। कुछ ही देर में ACB की टीम मौके पर जा धमकी और सरपंच प्रदीप शर्मा पुत्र सुरेंद्र शर्मा निवासी बंबोरी तथा उसमें सहयोग करने वाले दलाल रामनरेश सैनी पुत्र जगदीश निवासी बंबोरी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बाद में दोनों को पुलिस थाना डिग्गी ले जाकर आगे की कार्रवाई की। यह कार्रवाई देर शाम तक चलती रही। इस दौरान टीम में आसिफ खान सहायक उप निरीक्षक, भूपेंद्र कुमार सहायक प्रशासनिक अधिकारी व कांस्टेबल ईश्वर प्रकाश, राजकुमार, अजीत सिंह, जलसिंह मौजूद रहे।