ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल, राजस्थान में फल-सब्जी की सप्लाई ठप:कई रूट पर रोडवेज-प्राइवेट बसें रुकीं; अजमेर में पुलिस की गाड़ी फूंकी
ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल, राजस्थान में फल-सब्जी की सप्लाई ठप:कई रूट पर रोडवेज-प्राइवेट बसें रुकीं; अजमेर में पुलिस की गाड़ी फूंकी

हिट एंड रन कानून : देश के नए हिट एंड रन कानून को लेकर राजस्थान में भी विरोध जारी है। ड्राइवर्स और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ट्रक और ट्रांसपोर्ट वाहन बंद कर दिए हैं। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। जयपुर समेत सभी बड़े शहरों में फल-सब्जियों, दूध और पेट्रोल की किल्लत शुरू हो गई है, वहीं, सिटी बसों के पहिए भी थम गए हैं।
राजस्थान में ट्रक और ट्रेलर एसोसिएशन, प्राइवेट बस ऑपरेटर्स के साथ टैक्सी ड्राइवर भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं। जयपुर में सिटी बसें मंगलवार को हड़ताल के समर्थन में बंद हैं। पेट्रोल पंप संचालकाें के मुताबिक ज्यादातर शहरों के पेट्रोल पंपों पर आज शाम तक का पेट्रोल बचा है। टैंकर्स की हड़ताल के कारण डिपो से पेट्रोल-डीजल की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
हाइलाइट्स
- हड़ताल के कारण फल-सब्जी, दूध की सप्लाई प्रभावित
- पंपों पर आज शाम के बाद पेट्रोल-डीजल की किल्लत हो सकती है
- बसों का संचालन नहीं होने से लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा
लाइव अपडेट्स
- राजसमंद में प्रदर्शन किया

- पाली में रैली निकाली, ज्ञापन सौंपा
- जैसलमेर में ड्राइवरों ने हिट एंड रन कानून के विरोध में एडीएम को ज्ञापन सौंपा।

- उदयपुर में केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी
- आज ड्राइवर्स को समझाइश, कल से चक्का-जाम
- अजमेर में उग्र हुआ आंदोलन
अजमेर के भिनाय थाना क्षेत्र में कानून वापस लेने की मांग को लेकर वाहन चालकों ने देर रात नेशनल हाईवे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान भीड़ और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प हो गई। बेकाबू भीड़ ने पुलिस का पीछा कर पुलिस पर पत्थरबाजी भी की, इस कारण पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से खेतों की तरफ भागकर अपनी जान बचाई।
- सरकारी वाहन को आग लगाई

- हाईवे बंद, फल-सब्जी की सप्लाई रुकी
हड़ताल की वजह से देश के अलग-अलग हाईवे बंद हैं। पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली से आने वाले फल-सब्जी पार्सल रुके हुए हैं। जयपुर की मुहाना मंडी में कारोबार ठप है। खरीदार मंडी से खाली लौट रहे हैं। मंडी व्यापारियों ने बताया कि अलग-अलग राज्यों से आने वाली सब्जियां और फ्रूट मंडी तक नहीं पहुंच पाए। जयपुर से बाहर गए ट्रक व लोडिंग वाहन रास्ते में अटके हैं। फल-सब्जी और दूध सप्लाई नहीं होने से इनकी कीमतें बढ़ सकती हैं।
- जयपुर में मिनी बस बंद, कल टैंपो-मैजिक बंद रहेंगे
जयपुर सिटी मिनी बस यूनियन ने भी कानून के विरोध में मंगलवार से मिनी बसें बंद रखने की घोषणा की है। शहर में विभिन्न मार्गों पर चलने वाली टैंपो-मैजिक बुधवार रात 12 बजे से 24 घंटे के लिए बंद हो जाएंगी। जयपुर शहर टैंपों मैजिक ऑपरेटर्स यूनियन ने यह ऐलान किया है।
- प्राइवेट बस ऑपरेटर्स ने भी हड़ताल को समर्थन दिया
प्राइवेट बस ऑपरेटर्स और टैक्सी चालक ने भी हड़ताल को समर्थन दे दिया है। कुछ घंटे के लिए राजस्थान के विभिन्न रोडवेज डिपो में बस संचालन बंद रहा। समझाइश के बाद ड्राइवर-कंडक्टर काम पर लौटे।
- पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने कहा- आज शाम तक खत्म हो जाएगा स्टॉक
पेट्रोल पंप पर मंगलवार शाम तक का ही स्टॉक है। लोग पैनिक होकर 5 लीटर पेट्रोल की जगह टैंक फुल करवा रहे हैं। इसकी वजह से पंप का स्टॉक आधे दिन में ही समाप्त हो जाएगा। प्रदेश में करीब 7 हजार पेट्रोल पंप हैं। इनमें करीब 550 पंप जयपुर जिले में हैं। कई पंप सोमवार शाम को ही ड्राई की स्थिति में थे। डिपाे तैयार हैं, लेकिन ड्राइवर हड़ताल पर हैं, ऐसे में ट्रकों को लाएगा कौन।
– संदीप भगेरिया, कोषाध्यक्ष, राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन
- पेट्रोल पंपों पर लगी लंबी लाइन

- बस ऑपरेटर्स बोले- ड्राइवर को उलझाने वाला कानून
यह कानून सीधे तौर पर ड्राइवर को उलझाने वाला है। कानून के मुताबिक ड्राइवर दुर्घटना वाले व्यक्ति को छोड़कर नहीं भागे, लेकिन ड्राइवर अगर वहां से नहीं भागे तो गुस्साए लोग ड्राइवर के साथ मारपीट करने लगते हैं। भले उसकी गलती हो या न हो। पहले गाड़ियों के हेडलाइट पर काली फिल्म लगी रहती थी। इससे ड्राइवर की आंखों पर सीधे रोशनी नहीं आती थी। सरकार ने उसे भी हटवा दिया।
– अनिल कुमार जैन, अध्यक्ष, राजस्थान बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन
- भरतपुर : मंडी बंद, भटक रहे यात्री
भरतपुर में रोडवेज ड्राइवर, प्राइवेट टैक्सी ड्राइवर, निजी बस ड्राइवर सहित सभी तरह के प्रोफेशनल ड्राइवर हड़ताल पर चले गए हैं। मंगलवार सुबह से भगवान टाकीज स्थित मंडी बंद रही। फल-सब्जियां नहीं आने से व्यापारी भी मंडी नहीं पहुंचे। रोडवेज- प्राइवेट बस बंद होने से यात्री भटक रहे हैं। टेम्पो-ऑटो वाले यात्रियों से मनमाने पैसे वसूल रहे हैं।

- बांसवाड़ा : 10 रूट पर बस संचालन बंद, लोकल रूट पर भी होगा असर
बांसवाड़ा में मंगलवार को गुजरात के दाहोद से और मध्य प्रदेश के रतलाम से आने वाले फल-सब्जी के ट्रक नहीं आए। स्थानीय वाहन ही मंडियों में पहुंच रहे हैं। राजस्थान के दूसरे जिलों और मध्यप्रदेश, गुजरात में हड़ताल का असर होने के कारण 10 रूट पर रोडवेज बस का संचालन बंद हो गया है। बांसवाड़ा डिपो मैनेजर के अनुसार लोकल रूट की बसें फिलहाल चल रही हैं। मंगलवार दोपहर तक यह भी बंद हो सकती हैं।

- बाड़मेर : बालोतरा में टायर जलाकर प्रदर्शन
बाड़मेर में रिफाइनरी रोड पर ड्राइवरों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। बाड़मेर-जोधपुर हाईवे पर चक्काजाम कर दिया गया है। रिफाइनरी में आने-जाने वाले मजदूर काम के लिए अटक गए हैं। मजदूरों ने भी ड्राइवरों की हड़ताल को समर्थन दे दिया है। ड्राइवरों का कहना है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेगी, विरोध जारी रहेगा। पुलिस और प्रशासन ने ड्राइवर्स को समझाया, लेकिन वे नहीं माने।


- पाली : सुमेरपुर में लगा लंबा जाम, बल प्रयोग किया
पाली के सुमेरपुर के पास सोमवार को NH-62 पर पालडी जोड़ के पास ट्रक ड्राइवरों ने हाईवे के दोनों तरफ ट्रक खड़े कर दिए और नारेबाजी करने लगे। इसके चलते हाईवे के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। लोगों को आने-जाने में परेशानी होने लगी। समझाइश के बाद भी ट्रक ड्राइवर नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें हटाया। हाईवे जाम करने वाले ट्रक ड्राइवरों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
- अजमेर : रैली निकाली, चक्काजाम की चेतावनी
अजमेर में मंगलवार को पटेल मैदान के बाहर ऑटो, टैक्सी और सिटी बस के ड्राइवर जुटे और रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना देकर विरोध जताया। इसके बाद 7 सूत्री मांगों का ज्ञापन कलेक्टर भारती दीक्षित को सौंपा।

- सवाई माधोपुर : शहर से गांवों तक विरोध प्रदर्शन
सवाई माधोपुर में विरोध शहरों से ग्रामीण इलाकों तक पहुंच गया है। मंगलवार को मलारना डूंगर में विरोध प्रदर्शन हुआ। टैक्सी यूनियन, ट्रक ड्राइवर और ग्रामीणों ने भूखा मोड़ से रैली निकाली। प्रदर्शनकारी केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए SDM कार्यालय पहुंचे। कानून वापस लेने की मांग की गई। SDM केशव कुमार मीणा को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इससे पहले सोमवार को सवाई माधोपुर शहर में विरोध प्रदर्शन हुआ था।

- पढ़िए, क्यों हो रहा हिट एंड रन कानून का विरोध…
