RAS Exam Date 2023: राजस्थान की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा को आगे खिसकाने की मांग पकड़ रही जोर, पढ़ें 3 बड़े कारण
RAS Exam Date: राजस्थान में RAS मुख्य परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग अभ्यर्थियों की ओर से जोर पकड़ रही है। रविवार को जयपुर में बड़ी रैली निकाली गई, जिसमें सैकड़ों अभ्यर्थी शामिल हुए। भाजपा के कई विधायकों ने भी अभ्यर्थियों की मांग को समर्थन किया। अभ्यर्थियों के तर्क में उनकी समर्थन की वजह से तिथि में बदलाव को लेकर फैसला सीएम भजनलाल शर्मा के दखल के बाद ही हो सकेगा। यहां पढ़ें तीन बड़े कारण क्या?
जयपुर : राजस्थान में प्रशासनिक सेवा की सबसे बड़ी परीक्षा आरएएस मुख्य एग्जाम (Rajasthan Administrative Service exam) की तारीख आगे बढ़ाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। रविवार को जयपुर में सैंकड़ों अभ्यर्थियों ने जयपुर में बड़ी रैली निकाली। कोचिंग हब बने गोपालपुरा बाईपास पर स्थित रिद्धि सिद्धि चौराहे से लेकर गुर्जर की थड़ी तक निकाली गई रैली में सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा आगे खिसकाने को लेकर अभ्यर्थियों के तर्क में भी काफी दम है। यही वजह है कि भाजपा के कई विधायकों ने भी अभ्यर्थियों की मांग को जायज ठहराते हुए उनका समर्थन किया है। हालांकि आरपीएससी ने जनवरी के अंतिम सप्ताह में होने वाली मुख्य परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है लेकिन अब परीक्षा की तिथि में बदलाव को लेकर कोई भी फैसला सीएम भजनलाल शर्मा के दखल के बाद ही हो सकेगा।
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने आरएएस परीक्षा 2023 के लिए अधिसूचना 1 जुलाई को जारी की थी और आवेदन प्रक्रिया 31 जुलाई तक चली थी। आयोग ने बीते 1 अक्टूबर को आरएएस प्रारंभिक परीक्षा 2023 का आयोजन किया था। इसमे राज्य के सेवा के 491 और अधीनस्थ सेवा के 481 पद है। कुल 972 पद है। आयोग ने प्री परीक्षा का परीणाम अक्टूबर में जारी कर दिया था। इसमे 19 हजार 348 अभ्यर्थियों तो मेंस परीक्षा के लिए पात्र माना गया था। जिसके लिए अनौपचारिक उत्तर-कुंजियां जारी करते हुए उम्मीदवारों से उनकी आपत्तियों को आयोग ने आमंत्रित किया था।
आज मुख्यमंत्री श्री @BhajanlalBjp जी भेंट कर उनसे RAS मुख्य परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया। अभ्यर्थी तैयारी के लिए पर्याप्त समय देने की मांग कर रहे हैं, जो तर्कसंगत है। इस अवसर मैंने ERCP को जल्द धरातल पर उतारने की भी मांग की ताकि 12 जिलों के लोगों को राहत मिल सके। pic.twitter.com/AyAE5V4nOB
— Dr.Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) January 1, 2024
इन आपत्तियों की समीक्षा के बाद नतीजे 20 अक्टूबर को घोषित किए थे। सफल घोषित उम्मीदवारों के लिए इसके बाद अब मुख्य परीक्षा का आयोजन जनवरी में किया जाना है।
5 से ज्यादा विधायक लिख चुके सीएम को पत्र
आरएएस मुख्य परीक्षा के अभ्यर्थियों द्वारा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखने के साथ विधायकों से भी समर्थन मांगा है। डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, गोपाल शर्मा सहित करीब 15 से ज्यादा विधायकों ने अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन किया। विधायकों द्वारा सीएम को पत्र भी लिखे गए जिनमें सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य शामिल हैं। अभ्यर्थियों द्वारा जो तर्क दिए गए हैं, वे काफी मजबूत माने
परीक्षा आगे क्यों की जाए, 3 बड़े कारण जानिए
1. प्रिंटिंग प्रेस पर शक
अभ्यर्थियों का कहना है कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई कुछ परीक्षाओं में पेपर बनाने वाले विशेषज्ञों और प्रश्न पत्र छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस की मिलीभगत सामने आई थी। अब सरकार बदलने के बावजूद भी उसी प्रिंटिंग प्रेस से पेपर छपवाए जा रहे हैं। पेपर बनाने वाले विशेषज्ञ भी वही है। ऐसे में आरएएस मुख्य परीक्षा में भी धांधली की संभावना है। इसे देखते हुए सरकार इस पर एक्शन ले और नए विशेषज्ञों की कमेटी से पेपर सेट कराने के साथ अन्य विश्वसनीय प्रिंटिंग प्रेस से पेपर छपवाए जाएं।
2. चुनाव ड्यूटी में तैयारी का समय नहीं मिला
आरएएस मुख्य परीक्षा में सैकड़ों की संख्या में सरकारी कर्मचारी भी बैठने वाले हैं। पिछले दिनों प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान सरकारी कर्मचारी लम्बे समय तक चुनाव ड्यूटी में व्यस्त थे। अक्टूबर माह में ही चुनाव की आदर्श आचार संहिता लग गई थी। ऐसे में आरएएस मुख्य परीक्षा की तैयारी करने वाले सरकारी कर्मचारियों को तैयारी का पर्याप्त वक्त नहीं मिल सका। प्रारम्भिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने के सिर्फ 3 महीने बाद ही मुख्य परीक्षा ली जा रही है। यह अब तक का सबसे कम समय है। इन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मुख्य परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
3. प्रारम्भिक परीक्षा की आंसर की को हाईकोर्ट में चुनौती
पिछले दिनों जारी हुई आरएएस प्रारम्भिक परीक्षा की उत्तर कुंजी में कई त्रुटियां हैं जिसे लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिकाएं लगाई गई है। न्यायालय में चल रहे वाद के चलते अभ्यर्थियों में उपापोह की स्थिति बनी हुई है। उत्तर कुंजी की त्रुटियों के बारे में फैसला आने के बाद ही मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित हो ताकि बार बार परीक्षा परिणाम में संशोधन नहीं करना पड़े।