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जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने सोनीपत की राज्य कमेटी का शिष्ठ मंडल प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखा मांग पत्र


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जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने सोनीपत की राज्य कमेटी का शिष्ठ मंडल प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखा मांग पत्र

जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन ने सोनीपत की राज्य कमेटी का शिष्ठ मंडल प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखा मांग पत्र

पंचकूला : एच.एस.वी.पी.के मुख्य प्रशासक और चीफ इंजीनियर तथा सचिव और सभी अधीक्षक अभियंताओं से हुडा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन नंबर 1266 मुख्यालय सोनीपत की राज्य कमेटी का शिष्ठ मंडल प्रदेश अध्यक्ष आर. के. नागर के नेतृत्व में अपनी लंबीत मांगो के लिए मिला। वार्ता के दौरान मुख्य प्रशासक और सचिव तथा चीफ इंजीनियर ने यूनियन द्वारा लाखों करोड़ों रुपए के ई.पी.एफ मै भ्रष्टाचार और घपलों के कैस तथा 60-70 लाख रुपए के हरे और सूखे पेड़ चोरी से काटकर बेचने के मामले उठाऐ, उनकी जांच करने से इनकार कर दिया । इसी प्रकार गलत की गई प्रमोशन की जांच करने से इनकार कर दिया। क्योंकि इन मामलों में संबंधित अधिकारी रिश्वत खाकर भागीदारी में शामिल है।

इसी प्रकार प्रतिवर्ष दिए जाने वाले परफॉर्मेंस अवार्ड के बारे में इन उच्च अधिकारियों ने किसी यूनियन के आगे देने की बात कही तो किसी के आगे देने से इनकार कर दिया। वार्ता में मुख्य प्रशासक ने कुछ कर्मचारियों के एटपार कैस को देने की बात मानी है। तथा कच्चे कर्मचारियों को पूरा वेतन देने तथा उनके ईएसआई कार्ड बनाने आदि की छुटपुट बातें मानी है। कर्मचारियों के प्रति नकारात्मक रवैया सबसे ज्यादा सचिव गा रहा है। काफी केसों में चीफ इंजीनियर ने भी भ्रष्टाचार के तहत अनदेखी कर रखी है। कई अधीक्षक अभियंता अथवा कई कार्यकारी अभियंता भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण गलत कार्य करते रहे हैं। और गलत रिपोर्ट देकर जायज कार्य रूकवा रहे हैं। उनकी यूनियन घोर निंदा करती है।

प्रदेश अध्यक्ष आर के नागर ने बताया कि, गत सायं वार्ता में अधिकारियों का रवैया तानाशाह पूर्ण था। यूनियन की किसी भी मांग को गंभीरता से नहीं लिया गया। और सबसे घटिया बात यह रही की उच्च प्रशासन ने एक ही दिन में तीन यूनियनों को आधा-आधा घंटे का समय देकर उनके साथ भारी मजाक किया है। इतने कम समय में हमारी यूनियन अपनी पूरी मांगे नहीं रख सकी और ना ही अधिकारी सुनने के लिए तैयार थे। सभी का नजरिया नकारात्मक था जिससे कर्मचारी विरोधी होने की बात सिद्ध होती है। कुल मिलाकर हमारे यूनियन अधिकारियों के तानाशाह पूर्ण रवैया से दुखी ओर असंतुष्ट है। और इस बारे में वार्ता के बाद एक आम सभा करके निर्णय लिया गया है कि, वार्ता की प्रोसिडिंग मिलने के बाद राज्य सत्रिय मीटिंग बुलाकर अपनी मांगों को दोबारा से उठने के लिए मुख्यालय गेट सेक्टर 6 पंचकूला पर दोबारा से धरने प्रदर्शन करने का नोटिस दिया जाएगा। क्योंकि हरियाणा सरकार भी और क्योंकि हरियाण भी इन भ्रष्ट और तानाशाह अधिकारियों पर लगाम नहीं लगा रही है । इसलिए सरकार को भी आने वाले समय में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

एचएसवीपी के अधिकारियों से वार्ता में भाग लेने वाले यूनियन पदाधिकारी के नाम निम्न प्रकार हैं, जैकबमशीह, तरसेम लाल सैनी, किशन लाल, महावीर नागर, बिजेंद्र कुमार शर्मा, महेंद्र शर्मा, गुरमेल सिंह, सुभाष चंद्र, रमन जून, अजीत सिंह, रमेश कुमार गुरुग्राम, अशोक मलिक, अमरजीत कटारिया, सतवीर सिंह सुहाग, सरदारा सिंह, शमशेर सिंह, दर्शन, रमेश कुमार, सरदार बलदेव सिंह, परशुराम, वीरभान सुपरवाइजर सहित दर्जनों कर्मचारी नेता वार्ता में शामिल रहे।

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