कोचिंग स्टूडेंट्स की गुटबाजी में गई सत्यवीर की जान:पिता बोले-IAS बनना चाहता था, ये क्या हो गया; मां अस्पताल में बेसुध हुई, हमलावर भी नाबालिग
कोचिंग स्टूडेंट्स की गुटबाजी में गई सत्यवीर की जान:पिता बोले-IAS बनना चाहता था, ये क्या हो गया; मां अस्पताल में बेसुध हुई, हमलावर भी नाबालिग
कोटा : JEE की तैयारी कर रहे सत्यवीर (17) की हत्या की वजह बनी कोचिंग स्टूडेंट्स की गुटबाजी। मंगलवार देर रात जब उनके पिता तारकेश्वर सिंह मॉर्च्युरी पहुंचे तो बेटे की लाश को देख होश खो बैठे। मां रीमा देवी को भी मौत की सूचना मिली तो वे पोर्च में ही बेहोश हो गई। पिता ने रोते हुए कहा- IAS बनना चाहता था इसलिए कोटा भेजा था। कम बोलता था इसलिए मां साथ रहती थी। हमें नहीं मालूम था ऐसा हादसा हो जाएगा। ये क्या हो गया।
मामला सोमवार शाम का है, जब सत्यवीर पर सरिए और बेसबॉल बैट से हमला कर उसकी हत्या कर दी गई थी। सिर में लगी गंभीर चोट के कारण हुई इंटरनल ब्लीडिंग से उसकी मौत हो गई थी। घटना कोटा के जवाहर नगर इलाके के इंद्र विहार की है।
हमलावर स्टूडेंट भी नाबालिग
एडिशनल एसपी संजय गुप्ता ने बताया- सोमवार को सत्यवीर सिंह पुत्र तारकेश्वर निवासी गांव गंगा कर्मतार, जिला देवरिया गोरखपुर यूपी पर हमला हुआ था। उसको कुछ स्टूडेंट्स ने ही पीछा कर मारा था। ये कोचिंग स्टूडेंट्स के आपस की गुटबाजी का मामला था। इसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मौत इंटरनल ब्लीडिंग के कारण होना सामने आया है।
उन्होंने बताया कि यहां कोचिंग स्टूडेंट्स के आपस में गुट बने हैं जो कभी-कभार आपस में एक दूसरे को सबक सिखाने के उद्देश्य से लड़ते रहते हैं। इसी कारण सबक सिखाने के उद्देश्य से सत्यवीर पर हमला किया गया। मंगलवार देर रात जब उसके पिता कोटा पहुंचे तब उसके पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की गई और मामला दर्ज करवाया गया। सत्यवीर की मां ने 7 नाबालिगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हमला करने वाले स्टूडेंट भी नाबालिग हैं। पुलिस के अनुसार, मारपीट में सत्यवीर को अंदरूनी चोटें लगी। उसकी दायीं आंख के ऊपर सूजन थी।
बेटे का चेहरा देख माता-पिता बेसुध हुए
सत्यवीर के पिता शाम करीब 5:30 बजे कोटा आए। 3 घंटे की कागजी कार्रवाई के बाद रात 9:15 बजे करीब न्यू मेडिकल हॉस्पिटल पहुंचे। जहां पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई शुरू की गई। यहां पहुंचते ही मॉर्च्युरी में बेटे का शव देख होश खो बैठे और जोर-जोर से रोने लगे।
मंगलवार रात करीब 9:15 बजे पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस तारकेश्वर को न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाई। मौत की सूचना मिलते ही रीमा देवी हॉस्पिटल के पोर्च में बेहोश हो गई। उन्हें साथ आए लोगों ने संभाला। रात 10 बजे करीब शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया। उसके पिता रोते-रोते कह रहे थे इंजीनियरिंग के बाद आईएएस बनना चाहता था, ये क्या हो गया।
पैरों पर बेसबॉल बैट से हमला किया
सत्यवीर 2 साल से कोटा में अपनी मां रीमा देवी के साथ इंद्रा विहार इलाके में रहता था। सत्यवीर 11वीं का स्टूडेंट था। निजी कोचिंग से इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था। सत्यवीर के एक दोस्त ने बताया कि सोमवार शाम 6:30 बजे के आसपास पीजी से करीब 700 मीटर दूर स्थित चाय की थड़ी पर बैठा था। उसके साथ एक अन्य साथी भी था। उसी दौरान कुछ लड़के आए और सत्यवीर पर हमला कर दिया।
उन्होंने आते ही सत्यवीर के पैरों पर बेसबॉल बैट से हमला किया। डर के कारण सत्यवीर का दोस्त वहां से भाग गया। सत्यवीर ने भी भागने की कोशिश की। पर सभी लड़कों का ग्रुप उसके पीछे लग गया। जहां वे लोग उसे लगभग 100 मीटर तक दौड़ा-दौड़ा कर पीटते रहे। हमलावर युवक उसे घायल हालत में छोड़कर फरार हो गए। सत्यवीर के दोस्त ने बताया कि सत्यवीर का किसी से कोई झगड़ा नहीं था, ना ही कोई रंजिश थी। बता दें कि सत्यवीर के पिता खेती करते है। सत्यवीर परिवार का इकलौता बेटा था।
कैंडल मार्च निकाला
सत्यवीर को न्याय दिलाने की मांग को लेकर मंगलवार रात को इट्स हैपन ऑनली इन कोटा कम्युनिटी की ओर से कैंडल मार्च निकाला। जिसमें अलग अलग संस्थानों के कोचिंग स्टूडेंट्स शामिल हुए। कोचिंग स्टूडेंट्स ने आईएल मंदिर से कैंडल मार्च शुरू किया जो राजीव गांधी नगर, महावीर नगर प्रथम, सिटी मॉल व न्यू राजीव गांधी नगर होते हुए आईएल मंदिर जाकर समाप्त हुआ।