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मुख्य प्रशासक एचएसबीपी पंचकूला ने तुरंत प्रभाव से वार्ता का समय नहीं दिया तो 12 दिसंबर को एचएसवीपी मुख्यालय पर राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन होगा


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मुख्य प्रशासक एचएसबीपी पंचकूला ने तुरंत प्रभाव से वार्ता का समय नहीं दिया तो 12 दिसंबर को एचएसवीपी मुख्यालय पर राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन होगा

मुख्य प्रशासक एचएसबीपी पंचकूला ने तुरंत प्रभाव से वार्ता का समय नहीं दिया तो 12 दिसंबर को एचएसवीपी मुख्यालय पर राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन होगा

पंचकूला : हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच से संबंधित-हुडा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन नंबर 1266 के राज्य पदाधिकारियों सहित सर्कल पंचकूला के कर्मचारी और नेताओं की एक सामूहिक बैठक सेक्टर 6 वाटर वर्क्स एचएसवीपी पंचकूला पर लंच समय में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष आर. के. नागर ने की, ओर संचालन प्रदेश महासचिव जैकब मसीही ने किया।

उपरोक्त दोनों नेताओं ने प्रेस के माध्यम से बताया कि, यूनियन सिस्ट मडल 23 नवंबर को मान्य मुख्य प्रशासक महोदय श्री टी.एल. सत्य प्रकाश जी से अपनी लंबीत मांगों के बारे में मिला था और उनका स्वागत करते हुए सुनाई नहीं करने पर 12 दिसंबर को धरना प्रदर्शन करने का नोटिस दिया था। उसी समय मुख्य प्रशासक महोदय ने हमारे मांग पत्र कम नोटिस पर तुरंत समय देने के लिए तथा लंबित मांगों की स्टेटस रिपोर्ट देने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को लिख दिया था। परंतु अब तक अधीनस्थ अधिकारियों ने यूनियन सिस्ट मडल को वार्ता के लिए समय निर्धारित करके कोई पत्र जारी नहीं किया है।

दोनों नेताओं ने बताया है कि, राज्य भर के कर्मचारियों में समय न देने को लेकर भारी रोष व्याप्त है। आज की सभा में मुख्य प्रशासक से मांग की गई है कि, तुरंत प्रभाव से 11 दिसंबर से पहले वार्ता का समय दिया जाए ।यदि 11 दिसंबर दोपहर तक वार्ता के लिए समय देने का पत्र नहीं मिला तो, 12 दिसंबर 2023 को दोपहर लंच समय में एचएसवीपी मुख्यालय सेक्टर 6 पंचकूला पर धरना देते हुए रोष प्रदर्शन किया जाएगा। उसी दिन आगमी लगातार धरने प्रदर्शन करने का निर्णय भी लिया जा सकता है।

आर.के. नागर तथा जैकब मशीह ने अपनी लंबीत मांगौ के बारे में बताया कि, दिवाली पर दिया जाने वाला परफॉर्मेंस अवार्ड अब तक नहीं दिया गया है। रेगुलर सफाई कर्मचारियों के सेवा नियम नहीं बनाए गए हैं। पंचकूला से लेकर पूरे फील्ड के दर्जनों कर्मचारियों के एटपार के केस का समाधान नहीं किया गया है। सीनियर कर्मचारियों की प्रमोशन नहीं की गई है। जबकि जूनियरों की धांधली के तहत गलत प्रमोशन की गई है । उनकी जांच नहीं की गई है। विभाग में शेष बचे कच्चे कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार निगम में नहीं भेजा गया। कच्चे कर्मचारियों को समान काम समान वेतन नहीं दिया जा रहा है। बल्कि केवल 8 या ₹10000 वेतन देकर उनका शोषण किया जा रहा है।

पानीपत संपदा कार्यालय से जून 2023 में हटाए गए 45 सफाई कर्मचारियों को आज तक दोबारा नहीं लगाया गया है। स्टाफ क्वार्टरों की रिपेयर पक्षपात पूर्ण की जा रही है। पानीपत बागवानी से लाखों के हरे और सूखे पेड़ काटने बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई या जांच नहीं की गई है। सोनीपत एजेंसी वर्कों का एक करोड़ से ज्यादा का इपीएफ शेयर जमा नहीं करवाया गया है। एचएसवीपी तालमेल कमेटी के गुंडे नेताओं द्वारा जाति सूची गालियां देने और जान से मारने की कार्रवाई पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यूनियन की यह भी मांग है कि, सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। और ठेकेदारी प्रथा समाप्त की जाए।

इस सभा मेंआर.के.नागर, जैकब मसीह, भंवर सिंह, तरसेम लाल सैनी, भूपेंद्र सिंह, कृष्ण लाल, हरक सिंह, सुभाष चंद्र, सरदार बलविंदर सिंह, परशुराम, महावीर नागर, गुरमेल सिंह सुभाष चंद्र, विजेंद्र कुमार शर्मा आदि अनेकों नेता शामिल रहे।

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