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राजस्थान: कौन हैं ‘बाबा बवाल’ बालमुकुंद आचार्य, जिन्होंने चुनाव जीतते ही ‘बालकनाथ’ को दे दी टक्कर


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राजस्थान: कौन हैं ‘बाबा बवाल’ बालमुकुंद आचार्य, जिन्होंने चुनाव जीतते ही ‘बालकनाथ’ को दे दी टक्कर

Who is Balmukund Acharya: जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने महंत बालमुकुंद ने खुद को 'बाबा बवाल' कहकर संबोधित किया।

Who is Balmukund Acharya: राजस्थान में बीजेपी के चुनाव जीतते ही मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। कई नए दावेदार भी सामने आ रहे हैं। सोमवार को नए नया नाम तेजी से उभरा। ये हैं ‘बाबा बवाल’ बालमुकुंद आचार्य…जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने महंत बालमुकुंद पहले ही दिन एक्शन मोड में दिखे।

वह हवामहल के रास्ते में आने वाली मांस की दुकान को बंद कराने पहुंचे तो उन्होंने खुद को ‘बाबा बवाल’ कहा। इस तरह वे योगी बालकनाथ के बाद बीजेपी के लिए सीएम पद की रेस में दूसरे हिंदुत्व चेहरा बन गए हैं। सोशल मीडिया पर उनके नाम को लेकर लगातार चर्चा है। आइए जानते हैं आखिर बालमुकुंद आचार्य कौन हैं…

हाथोज धाम के महंत हैं बालमुकुंद आचार्य

बालमुकुंद आचार्य जयपुर स्थित हाथोज धाम के महंत हैं। वह जहां भी जाते हैं उनके पास गदा होती है। कट्टर हिंदुत्व छवि वाले नेता के कई वीडियो पिछले दिनों वायरल हुए थे। धार्मिक रूप से हाथोज धाम की भी काफी मान्यता है। यहां दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर है। जानकारी के अनुसार, बालमुकुंद पिछले 30 साल से यहां सेवा कर रहे हैं। दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर में कई नेता-अभिनेता, सभी वर्ग और जाति के लोग माथा टेकने और मन्नत का नारियल बांधने जाते रहे हैं। बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस उम्मीदवार आर आर तिवाड़ी को करीबी शिकस्त दी है। वह 974 वोटों से जीते हैं।

खुद पर भी लग चुके हैं आरोप 

बालमुकुंद आचार्य पर खुद मंदिर की जमीन बेचने के आरोप लग चुके हैं। सालभर पहले उनके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। इससे पहले बालमुकुंद का एक बयान तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें जिहाद-अतिक्रमण पर गदा चलाने की बात कही थी।

सीएम पद के दावेदार

सियासी जानकारों का कहना है कि बालमुकुंद आचार्य ने सीएम पद की रेस में योगी ‘बालकनाथ’ को टक्कर दे दी है। सांसद रहे बालकनाथ तिजारा से जीतकर आए हैं। वह सोमवार को दिल्ली पहुंच गए थे। जानकारों का यह भी कहना है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए राजस्थान में हिंदुत्व छवि वाले नेता को सीएम पद दे सकता है।

हालांकि ये तो देखने वाली होगी कि बीजेपी का क्या दांव रहता है, लेकिन दूसरी ओर वसुंधरा राजे भी पीछे हटने के मूड में नहीं हैं। सोमवार शाम को उनके घर करीब 30 विधायक पहुंचे थे। सीएम पद पर फैसला एक-दो दिन में हो सकता है।

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