Gwalior: अंजू के भारत लौटने पर पैतृक गांव में आक्रोश, ग्रामीणों ने दी जान से मारने की धमकी,पिता ने किया ये काम
Gwalior: अंजू के पाकिस्तान से भारत लौटते ही उसके पैतृक गांव बोना में लोगों का आक्रोश एक बार फिर सामने आया है। अब ग्रामीणों का कहना है कि वे अंजू को गांव में कदम नहीं रखने देंगे। उसके पिता को भी गांव से बाहर निकाल देंगे।
Gwalior: एक बार फिर भारत की अंजू सुर्खियों में आ गई है क्योंकि अंजू पाकिस्तान से वापस भारत लौट आई है। अंजू बुधवार को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत में दाखिल हुई। अभी वो बीएसएफ के कैंप में है। वहीं, से उसकी पहली तस्वीर सामने आई है। वहीं, अंजू का परिवार मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहता है। जिले के टेकनपुर में स्थित बोना गांव में अंजू के पिता गयाप्रसाद थामस रहते हैं। अंजू की घर वापसी को लेकर उसके पिता गया प्रसाद थॉमस मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं उनका कहना है कि मैंने पहले भी कहा था वह मेरे लिए मर चुकी है।
ग्रामीणों ने दी अंजू को जान से मारने की धमकी
टेकनपुर में स्थित बेना गांव में अंजू के पिता गया प्रसाद ने अपनी घर के दरवाजे बंद कर लिए हैं। वह किसी से कुछ बात नहीं करना चाह रहे हैं, तो वहीं, अंजू के भारत आने की जानकारी जैसे ही गांव वालों को लगी तो वह भी अंजू के घर पहुंच रहे हैं। गांव वालों का कहना है कि अंजू के पिता पहले ही मना कर चुके हैं कि वह मेरे लिए मर चुकी है। अगर वह यहां पर आई तो हम अंजू के पिता को भी गांव से बाहर कर देंगे। अगर इस गांव में अंजू ने गांव में कदम रखा तो उसे जान से मार देंगे। क्योंकि अंजू ने अपने परिवार का ही नहीं बल्कि भारत का नाम और इस गांव का नाम बदनाम किया है।
गांव के रहने वाले धर्मेंद्र गुर्जर का कहना है कि अंजू मेरे साथ पढ़ी है और मेरी क्लासमेट रही है। अंजू ने महिलाओं का बदनाम किया है। ऐसी महिला को यहां रहने का कोई हक नहीं है। हम सब अपने देश को प्यार करते हैं और देश से बढ़कर कोई नहीं है। अंजू ने पाकिस्तान में जाकर इस गांव का नाम बदनाम किया है इसलिए उसे यहां रहने का कोई हक नहीं है। अगर वह गांव में आती है तो उसको मारा जाएगा।
वही, गांव के सरपंच का रवि गुर्जर कहना है कि सभी गांव वालों ने पहले ही अंजू के पिता और माता से मना कर दिया था कि गांव में आने की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर वह आएगी तो हम उसे आने नहीं देंगे। उनका कहना है कि अभी वह घर के अंदर हैं जब वह निकलेंगे तो उनसे पूरा गांव बात करेगा कि अंजू को आप पूरी तरह नकार दीजिए। इसके साथ ही गांव के सरपंच रवि गुर्जर का कहना है कि संबंधित थाने में भी इसकी शिकायत करेंगे और एक आवेदन भी देंगे और इस परिवार की जांच करें। क्योंकि यहां बीएसएफ ट्रेनिंग का एक बड़ा केंद्र है और इसी के बीच में गांव आता है। वहीं, गांव में रहने वाले वीर सिंह का कहना है कि अंजू के पिता को घर के अंदर से निकलकर बाहर मीडिया के सामने आना चाहिए वह अंदर क्यों छुपा है इससे तो यह अंदाजा लगा सकते हैं कि वह चुप रहकर अंजू से बात कर रहा होगा। उनका कहना है कि हम तो यह मानते हैं कि अंजू के पिताजी संदिग्ध हैं, इसकी भी जांच की जानी चाहिए।