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Stevia Benefits : डायबिटिक हैं तो चाय में चीनी की जगह करें स्टीविया का इस्तेमाल


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स्वास्थ्य

Stevia Benefits : डायबिटिक हैं तो चाय में चीनी की जगह करें स्टीविया का इस्तेमाल

Stevia Benefits : स्‍टीविया में एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं. इसमें आयरन, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्‍नीशियम, सोडियम, विटामिन ए, सी जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. आइए जानें इसके स्वास्थ्य लाभ.

स्टीविया एक हर्ब यानी जड़ी-बूटी है. ये चीनी की तरह मीठी होती है. इसे मीठी तुलसी भी कहा जाता है. इसकी पत्तियां देखने में बिल्कुल तुलसी की पत्तियों की तरह लगती हैं. इसे आप आसानी से अपने घर पर उगा सकते हैं. ये जड़ी-बूटी डायबिटीज (Diabetes) रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है. इसमें कैलोरी न के बराबर होती है. आप चीनी की जगह स्टेविया का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे अपनी चाय या कॉफी, नींबू पानी, स्मूदी में मिला सकते हैं या इसे अपने दही में भी शामिल कर सकते हैं.

चाय और कॉफी को मीठा बनाने के लिए लोग स्टीविया के सूखे पत्तों का इस्तेमाल करते हैं. स्‍टीविया की पत्तियों में एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं. इसमें आयरन, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, मैग्‍नीशियम, सोडियम, विटामिन ए, सी जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. ये सभी पोषक तत्‍व हमारी सेहत के लिए लाभदायक हैं. इसके कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं.

शरीर में नहीं बढ़ता शुगर लेवल : डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, डायबिटीज के रोगी चीनी के रूप में स्टीविया का उपयोग कर सकते हैं. इससे शुगर लेवल नहीं बढ़ता है. इसके अलावा स्टीविया हाई ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, गैस एसिडिटी, त्वचा के रोग आदि के इलाज में भी किया जा सकता है. वजन कम करने में भी यह औषधि बड़े काम की है. इसका उपयोग शुगर फ्री चीजें बनाने के लिए भी किया जाता है.

जापानी मूल का पौधा है स्टीविया : यह पौधा मूल रूप से जापान में उगाया जाता है, लेकिन जब से भारत में इसके गुणों के बारे में जानकारी मिली है, तब से भारत में कई राज्यों में इसकी खेती की जा रही है.

इंसुलिन रिलीज करने में करता है मदद : स्टीविया में मिठास होने की वजह से इसे हनी प्लांट भी कहते हैं. इसका उपयोग अधिकतर डायबिटीज के रोगी औषधीय टॉनिक के रूप में करते हैं. इसके सेवन से पैंक्रियास से इंसुलिन रिलीज होता है. इस प्रकार यह इंसुलिन शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को अवशोषित कर शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है.

डायबिटीज के रोगी के लिए फायदेमंद

स्‍टेविया में कैलोरी अधिक मात्रा नहीं होती है. एक अध्ययन के अनुसार स्टीविया के सेवन से इंसुलिन की मात्रा पर भी किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ता. इसलिए कई तरह के व्‍यंजनों में डायबिटीज के रोगी इस पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं. स्‍टेविया शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद कर सकता है.

 कैंसर की रोकथाम के लिए स्टीविया 

इस जड़ी बूटी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं. ये इसे एक शक्तिशाली कैंसर-रोधी फूड बनाता है. स्टीविया में केम्पफेरोल नामक एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं. ये कैंसर के खतरे को कम करने मदद करते हैं. ये अग्नाशय के कैंसर की रोकथाम में विशेष रूप से उपयोगी है.

स्टीविया वजन को बनाए रखने में मदद कर सकता है 

मीठा होने के बावजूद, स्टेविया में कैलोरी बहुत कम होती है. आप वजन बढ़ाने की चिंता किए बिना इसे अपने डेजर्ट और कुकीज में शामिल कर सकते हैं. ये मीठे की लालसा को संतुष्ट करने का काम करता है. बच्चों के आहार में आप इसे शामिल कर सकते हैं. अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आप चीनी से स्टीविया की ओर रुख कर सकते हैं.

ब्लड प्रेशर के स्तर को कम कर सकता है 

स्टीविया में ग्लाइकोसाइड होते हैं ये शरीर से अधिक सोडियम को हटाने में मदद करते हैं. ये ब्लड प्रेशर के स्तर को स्थिर रखने में मदद करता है. ये हृदय रोग जैसे दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करता है.

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रिफाइंड शुगर का बेहतरीन विकल्प है स्टीविया

​रिफाइंड शुगर का बेहतरीन विकल्प है स्टीविया

स्टीविया उत्पाद बनाने के लिए बहुत से ग्लाइकोसाइड्स का उपयोग किया जाता है। पर इनमें से रेबाउडियोसाइड ए (Reb -A ) ग्लाइकोसाइड्स का उपोयग सबसे अधिक होता है। आपको बता दें कि (Reb-A) चीनी के मुकाबले 200 से 300 गुना ज्यादा मीठा होता है। Reb-A से बने हुए मीठे उत्पादों को नोबेल स्वीटनर भी का जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह रिफाइंड शुगर का एक बेहतरीन विकल्प है।

​घर पर लगे स्टीविया के पौधे का करें इस्‍तेमाल

​घर पर लगे स्टीविया के पौधे का करें इस्‍तेमाल

अब अगर आपको यह लग रहा है कि केवल स्टीविया से बने उत्पादों का ही सेवन किया जा सकता है, तो बता दें कि आप गलत हैं। आप घर में भी स्टीविया का पौधा लगाकर इसका लाभ ले सकते हैं। हालांकि इसके पत्ते कड़वे और बदबूदार होते हैं। जबकि स्टीविया के बने हुए उत्पादों को एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।

​चाय-कॉफी में चीनी नहीं, डालें स्‍टीविया

​चाय-कॉफी में चीनी नहीं, डालें स्‍टीविया

आप चाहें तो साधारण चीनी की जगह स्टीविया के उत्पादों का उपयोग चाय-कॉफी या दूसरे व्यंजनों में कर सकते हैं। आमतौर पर लोग स्टीविया के पत्तों का उपयोग चाय और कॉफी के अंदर करते हैं। इसके पत्तों को कुछ देर तक उबालने के बाद इनकी मिठास निकल आती है। आपको बता दें कि स्टीविया का सबसे ज्यादा उपयोग एशिया और दक्षिण अमेरिका में किया जाता है। इसके जरिए निम्नलिखित उत्पाद अमेरिका में तैयार किए जाते हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।

  • आइस क्रीम
  • मीठे उत्पाद
  • सोजेज
  • योगर्ट
  • आचार
  • ब्रैड
  • सोफ्ट ड्रिंक
  • च्विंगम

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​अब जानें स्टीविया के फायदे

 

​अब जानें स्टीविया के फायदे

स्टीविया को लेकर जैसे कि हमने ऊपर बताया कि इसमें जीरो कैलोरीज होती है। इसमें सुक्रोज लेवल कम होने की वजह से सेहत पर इसके कई सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। जो कुछ इस प्रकार हैं।

​डायबिटीज

​डायबिटीज

कुछ समय पहले हुई रिसर्च के जरिए पता चला है कि स्टीविया में जीरो कैलोरीज होने की वजह से यह मधुमेह के रोगियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यही नहीं, स्टीविया के सेवन से इंसुलिन की मात्रा पर भी किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। हालांकि टाइप 2 डायबिटीज के कुछ मामलों में लोगों ने शिकायत की है, भोजन के बाद स्टीविया के सेवन से उनके रक्त शर्करा और ग्लूकोज लेवल में कमी हुई है।

​कैंसर

​कैंसर

स्टीविया के जरिए पैंक्रियाज के कैंसर से बचा जा सकता है। दरअसल स्टीविया के अंदर एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड पाया जाता है, जिसे केम्पफेरोल कहा जाता है। यह तत्व पैंक्रियाज कैंसर की स्थिति से राहत दिलाने में मदद करता है। यही नहीं स्टीविया के अंदर स्टीवियोसाइड नाम का एक ग्लाइकोसाइड भी पाया जाता है यह शरीर से कैंसर सेल्स कम करने का कार्य करता है। इसके अलावा यह कुछ माइटोकॉन्ड्रियल मार्गो को भी कम करता है जिनकी वजह से कैंसर फैलने का खतरा होता है।

​वजन कम करे

​वजन कम करे

हम सभी जानते हैं कि वजन बढ़ने का एक नहीं बल्कि कई कारण होते हैं। लेकिन इनमें से एक कारण अधिक मीठा खाना भी हो सकता है। ऐसे में स्टीविया का उपयोग किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ना तो स्टीविया में कैलोरीज होती हैं और ना ही फैट। ऐसे में आप बिना किसी समझौते के अपना वजन घटा सकते हैं। इसके अलावा हाल ही में हुई एक रिसर्च बताती है कि मोटे लोगों में इंसुलिन का उत्पादन पतले लोगों के मुकाबले बेहद कम होता है। इस स्थिति में भी स्टीविया आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह आपको पतला करेगा जिससे इंसुलिन का उत्पादन भी शरीर में बेहतर होगा।

बच्चों के लिए

​बच्चों के लिए

बच्चों को अक्सर अभिभावक ऐसा भोजन या खाद्य सामग्री देते हैं जिनमें अधिक मीठा होता है, जो उनके मोटे होने का कारण बन सकता है। ऐसे में स्टीविया से बने उत्पाद अगर बच्चे स्नैक्स के तौर पर खाएंगे पीएंगे तो इससे उनका वजन नहीं बढ़ेगा और वह स्वस्थ रहेंगे।

​ब्लड प्रेशर

​ब्लड प्रेशर

अगर आप ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं तो आप स्टीविया युक्त पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। ज्ञात हो कि स्टीविया में ग्लाइकोसाइड्स मौजूद होते हैं, जो ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कनों को नियंत्रित कर सकते हैं। हालांकि अब तक इस बात का अब तक कोई ठोस प्रमाण मौजूद नहीं है।

​इसके नुकसान भी जानें

​इसके नुकसान भी जानें

ऐसा माना जाता है कि स्टीविया के किसी तरह के नुकसान नहीं होते। लेकिन इससे बने उत्पाद अधिक रिफाइंड होते हैं। इसलिए इनका सेवन सही मात्रा में करना बेहद जरूरी हो जाता है। साथ ही अगर आप कच्चे स्टीविया के पत्तों का सेवन कर रहे हैं तो यह नुकसानदायक हो सकते हैं। स्टीविया के कुछ नुकसान इस प्रकार हैं।

  1. इसकी वजह से आपकी किडनी, रिप्रोडक्टिव सिस्टम और हृदय को नुकसान हो सकता है।
  2. अगर आप बीपी की दवा ले रहे हैं तो स्टीविया के सेवन से ब्लड प्रेशर अधिक लो हो सकता है, जो खतरनाक हो सकता है।
  3. स्टीविया के सेवन से कई लोगों को सूजन, पेट फूलना, चक्कर आना और मसल्स में दर्द होने जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
  4. आप स्टीविया के कच्चे पत्तों का उपयोग गर्भावस्था के दौरान बिलकुल भी न करें।

नोट – आपको बता दें कि अब तक स्टीविया के पत्तों के सेवन को लेकर किसी प्रकार की कोई ठोस रिसर्च नहीं हुई है। ऐसे में इसके पत्तों का सेवन आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए इनका सेवन करने से बचें और स्टीविया उत्पादों का ही सेवन करें। हालांकि रिसर्च के अभाव होने के बाद भी लोग इनका सेवन चीनी के विकल्प के तौर पर करते आ रहे हैं।

Disclaimer: Janmanas Shekhawati की ओर से इस खबर को सिर्फ जानकारी प्रदान करने के लिए लिखा गया है। इसे लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा। इसे अपनाने से पहले और अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से सलाह जरूर लें।

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