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‘गुलाबचंद कटारिया गाड़ियों में छिपकर घूम रहे’:उदयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बोले- मुख्यमंत्री को हराकर आया हूं; मैं बाहरी नहीं, भारी हूं


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‘गुलाबचंद कटारिया गाड़ियों में छिपकर घूम रहे’:उदयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बोले- मुख्यमंत्री को हराकर आया हूं; मैं बाहरी नहीं, भारी हूं

'गुलाबचंद कटारिया गाड़ियों में छिपकर घूम रहे':उदयपुर से कांग्रेस प्रत्याशी बोले- मुख्यमंत्री को हराकर आया हूं; मैं बाहरी नहीं, भारी हूं

जयपुर : राजस्थान विधानसभा चुनाव में हॉट सीट बन चुकी उदयपुर शहर से चुनाव लड़ रहे प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के हालात इतने बिगड़ गए कि राज्यपाल मुंह छिपा कर यहां आ रहे हैं।

हमारी मीडिया टीम से हुई खास बातचीत में गौरव वल्लभ ने बाहरी होने आरोप, कांग्रेस के चुनाव जीतने पर अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? जैसे कई सवालों के जवाब दिए।

पढ़िए खास बातचीत के कुछ अंश…

सवाल : उदयपुर में जनता से किन मुद्दों पर वोट मांग रहे हैं?

जवाब : उदयपुर में मुद्दा टूरिज्म इंडस्ट्री और माइनिंग इंडस्ट्री को और ज्यादा बढ़ाने का है। मुद्दा टाइम पास की जगह अंडरपास बनवाने का है। उदयपुर में 20 साल से सबसे धीमी गति से कुशासन चलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है। अब हमें सबसे तेजी से कम कर विकास की रफ्तार को बढ़ाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है।

फ्लाईओवर और अंडरपास बनाकर उदयपुर को सिग्नल फ्री सिटी बनाना है। दुनिया का सबसे खूबसूरत शहर होने के बावजूद उदयपुर में साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। इसे ठीक कर उदयपुर को स्वच्छ सुंदर और सर्वश्रेष्ठ बनाना मेरा लक्ष्य है।

गौरव वल्लभ डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी हैं। पहली बार उदयपुर से प्रत्याशी बनाए गए हैं।
गौरव वल्लभ डूंगरपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी हैं। पहली बार उदयपुर से प्रत्याशी बनाए गए हैं।

सवाल : बीजेपी बाहरी होने का आरोप लगा रही है, इससे कितना नुकसान होगा?

जवाब : मुझे लगता है आपने ठीक से नहीं सुना है। वह लोग मुझे बाहरी नहीं बल्कि, भारी बता रहे हैं। क्योंकि मैं अकल में भी भारी हूं और शरीर में भी भारी हूं। बीजेपी का प्रत्याशी तो उदयपुर शहर का वोटर तक नहीं है। वह तो परदेसी है, जिनके लिए मुझे एक लाइन याद आती है। ‘तुम तो ठहरे परदेसी, शाम को घर चले जाओगे’।

सवाल : क्या आप उदयपुर शहर के वोटर हैं?

जवाब : हां मैं उदयपुर शहर का वोटर हूं, मेरा उदयपुर शहर में पिछले कई सालों से मकान है। मेरे सारे रिश्तेदार उदयपुर में रहते हैं। मेरी पत्नी भी उदयपुर की रहने वाली है। उसकी सारी पढ़ाई उदयपुर से ही हुई है। इसलिए अब बीजेपी वालों को भी मैं भारी लगने लग गया हूं।

सवाल : उदयपुर शहर में बीजेपी लगातार जीत रही है, जबकि कांग्रेस ग्राउंड पर काफी कमजोर है, इन परिस्थितियों में चुनाव जीतने की क्या रणनीति है?

जवाब : उदयपुर की जनता ने बीजेपी को टंकियां भर-भर कर वोट दिए। लेकिन इसके बावजूद बीजेपी के नेता कॉलोनी और मोहल्ले में पानी की टंकियां तक नहीं बनवा पाए। जहां पर टंकिया बनी वहां इतना भ्रष्टाचार हुआ कि पहले दिन से आज तक पानी लीक हो रहा है। उदाहरण के तौर पर प्रताप नगर में जहां बीजेपी ने पानी की टंकी बनवाई है।

जो पहले दिन से ही लीक है। मुझे ऐसा लगता है, जो लोकल इश्यू और मुद्दे हैं। बीजेपी नेताओं को उनकी समझ तक नहीं है। ना ही उनके पास उन समस्याओं और मुद्दों के समाधान का कोई विजन है। इसलिए इस बार जनता कांग्रेस पर विश्वास जताएगी।

उदयपुर पारंपरिक रूप से भाजपा की सीट रही है, यहां पर बीते 4 चुनाव से भाजपा का कब्जा है। इसे जीतना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।
उदयपुर पारंपरिक रूप से भाजपा की सीट रही है, यहां पर बीते 4 चुनाव से भाजपा का कब्जा है। इसे जीतना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।

सवाल : आपने जमशेदपुर से चुनाव लड़ा लेकिन वहां से छोड़कर चले आए, क्या उदयपुर में भी चुनाव जीतने या हारने के बाद आप छोड़कर चले जाएंगे?

जवाब : जमशेदपुर में मैंने मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ा था। जहां मेरी वजह से आठ बार का एमएलए और सिटिंग मुख्यमंत्री भी चुनाव हारा मैं भी चुनाव हारा और एक निर्दलीय चुनाव जीता। वहां वोटों का अंतर भी मामूली रहा था। उस वक्त पार्टी ने मुझे चैलेंजिंग सीट से चुनाव लड़ने का आदेश दिया था। जिसकी मैंने पालना की थी।

अब पार्टी ने मुझे उदयपुर से चुनाव लड़ने का आदेश दिया है। जिसे मैं मान रहा हूं, मैं पार्टी का डिसिप्लिन वर्कर हूं। मैं कभी किसी तरह की डिमांड नहीं करता। जो भी पार्टी कहेगी। वह सहर्ष स्वीकार होगा।

सवाल : राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने मेनिफेस्टो जारी कर दिया है, आप किन मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे है?

जवाब : कांग्रेस जनता के विश्वास को पूरा करने के लिए गारंटी देकर काम कर रही है। राजस्थान में हमारी 7 गारंटियों ने जहां आम जनता में विश्वास पैदा कर दिया है। वहीं बीजेपी के 7 जन्मों की नींद उड़ा दी है। हमारी इन सात गारंटियों की वजह से बीजेपी न सिर्फ इस बार बल्कि, अगले 7 चुनाव में सत्ता में नहीं आने वाली है।

सवाल : कांग्रेस में गहलोत गुट और पायलट गुट के बीच वर्चस्व की लड़ाई है, क्या इससे कांग्रेस को नुकसान होगा?

जवाब : अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों कांग्रेस के बड़े असेट्स हैं। हमारे संगठन महामंत्री ने कई बार इस बात को सार्वजनिक तौर पर स्पष्ट किया है। लेकिन राजस्थान में बीजेपी में नेतृत्व विहीन हो चुकी है। विकास के लिए ना उनके पास नियत है, और ना ही नीति है। बीजेपी में राजेंद्र राठौड़, वसुंधरा राजे, अर्जुन राम मेघवाल, अश्विनी वैष्णव, सीपी जोशी समेत 12 से ज्यादा नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए दौड़ रहे हैं।

लेकिन धरातल पर हालात इतने बिगड़ गए हैं कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अपने घर तक नहीं जा पा रहे हैं। उनके ही कार्यकर्ता बीजेपी के ऑफिस और प्रदेश अध्यक्ष के घर के बाहर गाड़ियां जला रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस नहीं बल्कि बीजेपी में अंदरूनी लड़ाई जारी है।

सवाल : कांग्रेस पार्टी अगर सत्ता में आती है तो क्या अशोक गहलोत फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे?

जवाब : राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने पर जो विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचेंगे। उनकी राय के आधार पर आलाकमान ही मुख्यमंत्री का फैसला करेगा। मैं इस बात का दावा जरूर कर सकता हूं कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा वह कांग्रेस का ही कार्यकर्ता होगा।

गौरव वल्लभ ने साल 2019 में जमशेदपुर पूर्वी सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लेकिन वे हार गए।
गौरव वल्लभ ने साल 2019 में जमशेदपुर पूर्वी सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ा था। लेकिन वे हार गए।

सवाल : राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया के खिलाफ आप लगातार आरोप लगा रहे हैं इसकी वजह क्या है?

जवाब : गुलाबचंद कटारिया को राजभवन का मजा भी चाहिए और राजनीति भी करनी है जो गलत है अगर उन्हें राजनीति ही करनी है तो राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उदयपुर में वह रात के अंधेरे में छोटी गाड़ियों में मुंह छुपा कर घूम रहे हैं, इस बात का मुझे दुख हो रहा है कि वह संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सोचिए राज्यपाल जैसे पद पर बैठे व्यक्ति को भी मुंह छुपा कर घूमना पड़े। तो इससे ज्यादा जिल्लत भरी बात क्या होगी।

सवाल : क्या आपको गुलाबचंद कटारिया से डर लग रहा है?

जवाब : प्रोफेसर गौरव वल्लभ किसी से डरता नहीं हैं। मैं मुख्यमंत्री को चुनाव हराकर उदयपुर आया हूं। मुझे दुख इस बात का है कि बीजेपी के हालात देखकर राज्यपाल तक को मुंह छिपाना पड़ रहा है। आप भी बताइए आखिर चेहरे छुपा कर कौन लोग रहते हैं।

सवाल : चुनाव जीतने पर आपकी पहली तीन प्राथमिकताएं क्या रहेगी?

जवाब : उदयपुर में टूरिज्म इंडस्ट्री को डेवलप करना इसके साथ ही जो मौजूदा पर्यटकों की संख्या है इसकी वृद्धि को दोगुना करना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी इसके साथ ही उसकी खोज कर माइनिंग इंडस्ट्री के लिए नए मेटल और मिनरल की खोज करना मेरी दूसरी प्राथमिकता रहेगी।

ताकि उदयपुर की जनता को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सके। इसके साथ ही उदयपुर को दुनिया का सबसे सुंदर स्वच्छ शहर बनाने के साथ यहां दुनिया का सबसे सुंदर और शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना मेरी प्राथमिकता है।

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