दीपिका कंवर ने राज्य स्तर पर प्राप्त किया पहला स्थान
दीपिका कंवर ने राज्य स्तर पर प्राप्त किया पहला स्थान

नवलगढ़ : उपखंड क्षेत्र के टोंक छिलरी स्कूल की कक्षा 12वीं की छात्रा दीपिका कंवर ने राज्य स्तरीय कला उत्सव के खेल-खिलौने प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया है। दीपिका कंवर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय टोंक छिलरी में कक्षा 12वीं विज्ञान वर्ग की छात्रा है। जो मलजी की ढाणी टोडपुरा की रहने वाली है। जिसने परंपरागत खेल कठपुतली को बनाया और उसे पहले जिला स्तर पर, बाद में राज्य स्तर पर प्रदर्शित किया।
स्कूल की प्रिंसिपल संजू नेहरा ने बताया कि इस उत्सव को लेकर उन्होंने सभी विद्यार्थियों को आह्वान किया था कि पुराने समय में जो खेल खिलौने बनाए जाते थे। वो घरों में ही बनते थे। इसी मोटिवेशन को दीपिका कंवर ने पकड़ा और दीपिका कंवर ने बखूबी ना केवल कठपुतली बनाई। बल्कि कठपुतली को नचाना भी खुद ब खुद ही सीखा। नेहरा ने बताया कि स्कूल के विद्यार्थी कला उत्सव में लगातार अपना परचम लहरा रहे है।
इससे पहले विज्ञान मेले की क्वीज प्रतियोगिता में छात्रा विनिता जांगिड़ ने भी राज्य स्तर पर पहला स्थान प्राप्त किया था। वहीं त्रि आयामी दृश्य कला में भी स्कूल की छात्रा विनीता जिले का प्रतिनिधित्व कर चुकी है।
साथ ही स्कूल के छात्र हिमांशु धींवा ने एकल नृत्य में राज्य स्तर पर जिले का प्रतिनिधित्व किया। दीपिका कंवर की इस उपलब्धि पर सीबीईओ अशोक शर्मा समेत सभी जिला अधिकारियों तथा स्टाफ सदस्यों ने खुशी जताई है।
इधर, दीपिका कंवर ने बताया कि कठपुतली बनाने में उसे आइडिया अपनी मम्मी अनिता कंवर से मिला। जो गृहिणी है। लेकिन घर में सिलाई का काम करती है। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद उसने कपड़े, झेरनी, लकड़ी आदि से कठपुतली तैयार की। जिला स्तरीय मेले में उसने एक कठपुतली बनाकर प्रदर्शित किया था। लेकिन राज्य स्तरीय उत्सव में उसने दो कठपुतली बनाकर प्रदर्शित किया। दीपिका कंवर ने बताया कि उसने जब कठपुतली बनाई तो उसके बाद उसे नचाने के लिए उसे परेशानी हो रही थी। लेकिन तब उसने 10 से ज्यादा वीडियो यूट्यूब पर देखकर कठपुतली को नचाना सीखा। दीपिका कंवर के पिता सुरेंद्र सिंह जैसलमेर में एक होटल में मैनेजर है। वह कक्षा 10 में टॉप फाइव स्टूडेंट्स में आती है।