नवलगढ़ : कस्बे के अलायंस क्लब लाई कृष्णा, भारत स्काउट गाइड व नव चेतना साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को जांगिड़ अस्पताल परिसर में राष्ट्रीय एकता दिवस व शक्ति दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ दयाशंकर जांगिड ने की। मुख्य अतिथि महिला जिला अध्यक्ष कांग्रेस तारा पूनिया थी। मुख्य वक्ता इंजीनियर भंवरलाल जांगिड़ थे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जगदीश प्रसाद जांगिड, पूर्व प्रांतपाल संजय बासोतिया, मुरली मनोहर चोबदार, मुकेश मारवाड़ी थे। अतिथियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल व स्व. इन्दिरा गांधी की फोटो पर पुष्पांजलि कर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्य वक्ता इंजीनियर भंवरलाल जांगिड़ ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 562 रियासतों को एकजुट करने का अभूतपूर्व कार्य किया। वे हमेशा देश की एकता के लिये याद किये जायेंगे। कुछ कारणों से उनको भारत रत्न भी मृत्योपरांत 41 साल बाद दिया गया। उनके योगदान से हम आज स्वतंत्र है।
डॉ जांगिड़ ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे देश के महान नेता के नाम से सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से डाक्टरी की शिक्षा प्राप्त की। इतनी बड़ी हस्ती के लिये पूरी दुनिया की सबसे उंची मूर्ति बनाने में पद्मश्री सुधार का योगदान तथा मूर्तिकार मातूराम वर्मा पिलानी का भी सहयोग याद किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आजादी तो हमें मिल गई है 75 साल देश में तरक्की भी बहुत की गई है लेकिन अभी भी अलगाववादी ताकतें सिर उठाये खड़ी है। उन पर अंकुश लगाना होगा। नई पीढ़ी में राष्ट्रीयता की भावना जगानी होगी। कड़ी मेहनत कर देश को और आगे बढ़ाना होगा।
वहीं शक्ति दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री आयरन लेडी इन्दिरा गांधी को याद करते हुये उनको श्रद्धांजलि दी और कहा कि पाकिस्तान को कमजोर करने के लिये बांग्लादेश का निर्माण कर उनको आजादी दिलाई। मुकेश मारवाडी ने अपने उदबोधन मे कहा कि हिंदी के विकास के लिये उन्होंने बहुत काम किये। जगदीश प्रसाद जांगिड़ ने कहा कि इंदिरा गांधी ने बैंको का राष्ट्रीयकरण करवाया तथा राजाओ को मिलने वाले प्रीविपर्स बंद करवाया।
मुख्य अतिथि तारा पूनिया ने कहा कि प्रियदर्शिनी भारत रत्न इंदिरा गांधी को उनकी कर्मठता कठोर निर्णय के लिये हमेशा याद किया जायेगा। हमें बड़ा खेद है कि खालिस्तानी समर्थक आंतकवादी अंगरक्षक ने उनकी हत्या कर दी। आज भी आतंकवाद सिर उठाये खड़ा है। कार्यक्रम में राष्ट्रभक्ति की सबको शपथ दिलाई गई। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस कार्यक्रम में डॉ. मनीष, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. शिखरचंद जैन, पूर्व प्रांतपाल जनार्दन घोडेला, सुरेन्द्र ख्यालिया, क्लब अध्यक्ष पंकज शाह, दिनेश चंदेल, रामावतार सबलानिया, अर्जुनलाल साखणिया, महेन्द्र कुमावत, सीताराम घोडेला, रुकमानद खत्री, बाबूलाल शर्मा, श्याम सुंदर कौशिक, टी.एम. त्रिपाठी उपस्थित रहे। संचालन कवि रमाकांत सोनी ने किया।