यहां ग्रामीणों ने दे दी मतदान बहिष्कार की चेतावनी, जानें क्यों उठाया गया ये स्टेप
Tonk News: टोंक जिले की निवाई विधानसभा क्षेत्र में पीपलू उपखंड के नाथड़ी पंचायत के गांव सिसोला में रविवार को सर्व समाज के प्रतिष्ठित लोग ठाकुरजी मंदिर के यहां एकत्रित हुए.
टोंक : टोंक के सिसोला के ग्रामीणों ने दी मतदान बहिष्कार की चेतावनी दी है. जिसमें गांव से तहसील मुख्यालय तक दो प्रमुख मार्गों पर पक्की सड़क नहीं बनने से इस बार मतदान बहिष्कार किए जाने की चेतावनी दी है. ग्रामीणों ने बीएलओ के माध्यम से जिला निर्वाचन अधिकारी तक यह ज्ञापन पहुंचाया है. जिसमें बताया कि आजादी के इतने वर्ष बीतने के बाद भी सिसोला गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है.
जनप्रतिनिधि यहां की समस्या से सरोकार नहीं रखते
ग्रामीणों पानी,सड़क जैसी समस्या से जूझ रहे हैं, चुनाव के समय नेता गांव में वोट मांगने आते है जिनसे सड़क,पानी की समस्या बताने पर जिताने के बाद प्राथमिकता के साथ पूरी करने का वादा तो करते हैं, लेकिन पूरे पांच साल वापस लौटकर नहीं आते है. यहां के लोग 70 सालों से मतदान करते आ रहे हैं, लेकिन कोई जनप्रतिनिधि यहां की समस्या से सरोकार नहीं रखता है.
इसके चलते इस बार सर्व समाज के ग्रामीणों एकराय होकर मतदान बहिष्कार करने की रूपरेखा बनाई है. ग्रामीणों ने बताया कि सिसोला से कल्याणपुरा बगड़ी रोड़ तक 2.9 किमी. तथा सिसोला से पीपलू बसस्टैंड तक 4.7 किमी डामरीकरण सड़क, बीसलपुर का पानी मिलने को लेकर प्रशासन द्वारा 7 दिन में लिखित में ठोस आश्वासन मिलता है तो मतदान किया जाएगा.
अन्यथा ग्रामीण मतदान का बहिष्कार करेंगे.इस दौरान भैरूलाल गुर्जर, ओमप्रकाश गुर्जर, जगराम मीणा, सुरेश जाट, कैलाशचंद, रामपाल, राधाकिशन, रामेश्वर, रामलाल, प्रहलाद, धन्नालाल, कजोड़, बजरंग बैरवा रामलाल खंगार आदि लोग मौजूद रहे.
यह है समस्या
सिसोला गांव से पीपलू की सीधी दूरी करीब 5 किमी है.जबकि ग्रामीणों को वर्तमान में सोहेला-डिग्गी मार्ग पर होकर पहले नाथड़ी पंचायत मुख्यालय तथा फिर पीपलू बसस्टैंड आना पड़ता है.जिससे आने जाने में कुल 16 किमी का चक्कर लगता है. ग्रामीणों लंबे समय से सिसोला से कल्याणपुरा बगड़ी रोड़ तक 2.9 किमी.
सिसोला से पीपलू बसस्टैंड तक 4.7 किमी को डामरीकरण सड़क से जोड़ने की मांग कर रहे हैं. सिसोला से कल्याणपुरा बगड़ी रोड़ तक 2.9 किमी. सड़के जुड़ने पर ग्रामीणों को बगड़ी, रजवास होकर निवाई कृषि मंडी तक उपज लेकर जाने में सुविधा मिलेगी. वर्तमान में सोहेला होते हुए अतिरिक्त चक्कर लगाकर जाना पड़ता हैं. वहीं, फ्लोराईड युक्त पानी को लेकर पानी भी परेशान हैं.